Updated on: 03 November, 2023 10:50 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र सरकार अब सटीक वायु प्रदूषण रीडिंग के लिए निगरानी उपकरणों और उपकरणों में बदलाव की तलाश में है.
शहर में पिछले कुछ दिनों से हवा की गुणवत्ता खराब बनी हुई है। फ़ाइल चित्र
महाराष्ट्र सरकार अब सटीक वायु प्रदूषण रीडिंग के लिए निगरानी उपकरणों और उपकरणों में बदलाव की तलाश में है. अभिभावक मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि वे मुंबई की नमकीन और आर्द्र हवा में उपकरण के जंग लगने की संभावना के कारण केंद्रीय मंत्रालय से संपर्क करेंगे. जिसके चलते गलत जानकारी मिलती है.
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मुंबई में वायु प्रदूषण की बढ़ी हुई रीडिंग को लेकर स्थानीय प्रशासन और SAFAR के बीच चल रहा टकराव दिल्ली तक बढ़ने वाला है. शहर में वायु प्रदूषण का जटिल मुद्दा पिछले कुछ दिनों से चर्चा में है. महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (एसएएफएआर) पर गलत वायु गुणवत्ता डेटा प्रदान करने का आरोप लगाया, जबकि एसएएफएआर ने एमपीसीबी के आरोपों को निराधार और निराधार बताते हुए खारिज कर दिया.
SAFAR ने यह भी नोट किया कि वह बिना किसी पूर्व आरोप के दिल्ली, पुणे और अहमदाबाद के लिए वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) की जानकारी दे रहा है. दीपक केसरकर ने कहा, “अन्य शहरों के विपरीत, शहर की हवा अपनी आर्द्रता और लवणता में अद्वितीय है. AQI केंद्रों में उपकरण जल्दी खराब हो सकते हैं और सटीक वायु गुणवत्ता डेटा प्रदान करने के लिए रखरखाव की आवश्यकता होती है. हम समाधान तलाशने के लिए इस मुद्दे को केंद्रीय मंत्रालय के समक्ष उठाएंगे.”
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) SAFAR प्रणाली की देखरेख करता है. पिछले साल भी, जब मुंबई का वायु गुणवत्ता सूचकांक उच्च प्रदूषण स्तर पर पहुंच गया था, तब एमपीसीबी ने इसी तरह की चिंता जताई थी. उन्होंने यह कहते हुए निगरानी इकाइयों के स्थानांतरण का अनुरोध किया था कि SAFAR के CAAQMS प्रतिष्ठान अन्य स्थानों की तुलना में उच्च यातायात-संबंधी उत्सर्जन के लिए जाने जाने वाले क्षेत्रों में स्थित थे.
वायु निगरानी इकाइयों के स्थानांतरण पर चर्चा के लिए 7 फरवरी को बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा SAFAR और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ आयोजित बैठक अनिर्णायक रही. SAFAR ने बीएमसी के अधिकार क्षेत्र में नौ वायु निगरानी इकाइयाँ स्थापित की हैं, जिनमें बीकेसी, चेंबूर, वर्ली, कोलाबा, भांडुप, अंधेरी, बोरीवली, मलाड और मझगाँव में स्थित मॉनिटर हैं.
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