Updated on: 08 March, 2024 01:30 PM IST | mumbai
Dharmendra Jore
शिव सेना (शिंदे) के वरिष्ठ नेता रामदास कदम ने वरिष्ठ सहयोगी पर गठबंधन धर्म का उल्लंघन करने और विश्वास तोड़ने का आरोप लगाया है.
Representational Image
महाराष्ट्र में एनडीए के कनिष्ठ साझेदार भारतीय जनता पार्टी द्वारा उन्हें उनकी पसंद की लोकसभा सीटों से वंचित करने की कोशिश को लेकर चिंतित हैं, वहीं शिव सेना (शिंदे) के वरिष्ठ नेता रामदास कदम ने वरिष्ठ सहयोगी पर गठबंधन धर्म का उल्लंघन करने और विश्वास तोड़ने का आरोप लगाया है. कदम ने कहा कि जहां भाजपा ने शिवसेना के कब्जे वाले कुछ लोकसभा क्षेत्रों पर अपना दावा जताया है, वहीं भाजपा के एक मंत्री रवींद्र चव्हाण अपने दापोली विधानसभा क्षेत्र में अपने विधायक बेटे योगेश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, `अमित शाह जी को ऐसे नेताओं को फटकार लगानी चाहिए. याद करते हुए कि रत्नागिरी जिले में उनकी हार के लिए भाजपा भी जिम्मेदार थी. कदम की यह टिप्पणी उन अटकलों के मद्देनजर महत्वपूर्ण हो गई है कि भाजपा 48 लोकसभा सीटों (30-35) में से दो-तिहाई से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ेगी, जिससे सेना (शिंदे) और राकांपा (अजित पवार) के लिए बहुत कम हिस्सेदारी बचेगी. न तो शिंदे और न ही पवार ने इस बारे में एक शब्द भी बोला है, लेकिन उनकी पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है. कदम उनमें से एक थे. उन्होंने भाजपा को स्पष्ट रूप से चेतावनी देते हुए मीडियाकर्मियों से कहा `हम (शिवसेना विधायकों और सांसदों) ने मोदी और शाह के कारण दो साल पहले भाजपा के साथ गठबंधन किया था. शाह साहब को बीजेपी नेताओं को फटकार लगानी चाहिए. हम विश्वास का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेंगे. याद रखें कि मेरा नाम रामदास कदम है.`
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उन्होंने कहा कि भाजपा नेता उन जगहों पर पार्टी के उम्मीदवार पेश कर रहे हैं जहां पहले से ही हमारे विधायक और सांसद हैं. उन्होंने कहा, `चाहे वह रत्नागिरी हो, संभाजी नगर हो, मावल हो और हर जगह वे अपने उम्मीदवार चाहते हैं. इससे घृणा करने की जरूरत है. भाजपा नेताओं को समझना चाहिए कि वे एक अलग संदेश दे रहे हैं.`
उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने एनसीपी को वोट दिया था. उन्होंने कहा, `मैं भाजपा के कारण हारा हूं. तब हम गठबंधन में थे. फिर भी, हमने सेना में, भाजपा के साथ गठबंधन किया और हमने (2022 में) सरकार बनाई. अब पीडब्ल्यूडी मंत्री चव्हाण और उनके सहयोगी जानबूझकर मेरे विधायक बेटे को उनके निर्वाचन क्षेत्र में परेशान कर रहे हैं. पूर्व विपक्षी नेता और पूर्व पर्यावरण मंत्री ने कहा, अगर भाजपा सहयोगियों को परेशान करना जारी रखेगी तो लोग उस पर भरोसा नहीं करेंगे.`
फड़णवीस ने कदम को नकारा
पत्रकारों के पूछने पर डिप्टी सीएम देवेन्द्र फड़णवीस कदम के बड़बोलेपन से चिढ़े हुए नजर आए. उन्होंने कहा, `मैं कदम को कई वर्षों से जानता हूं. उन्हें ऐसे बयान देने की आदत है. जब वह गुस्से में होते हैं तो इस तरह से बोलते हैं.` उन्होंने कहा कि कई लोग ध्यान आकर्षित करने के लिए इस तरह से बात करते हैं और इसलिए उनके जैसे परिपक्व लोग ऐसे बयानों को नजरअंदाज करना चाहेंगे.
फड़णवीस ने कहा कि भाजपा ने हमेशा अपने सहयोगियों का सम्मान किया है. उन्होंने आगे कहा कि `हम 115 विधायक हैं, फिर भी हमने एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया क्योंकि असली शिवसेना हमारे साथ आई थी. हम साथ हैं.` महाराष्ट्र में सीटों के बंटवारे को लेकर एनडीए सहयोगियों के बीच कोई तनाव नहीं है. हमारे बीच 2-3 सीटों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन हम इसे सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझा लेंगे. सीटों का वितरण वास्तविक स्थिति (जमीनी स्थिति) के आधार पर किया जाएगा. उन्होंने कहा, `मीडिया अपने हिसाब से नाम, आंकड़े और अन्य विवरण घोषित कर रहा है. मीडिया को सीट-बंटवारे का काम हम पर छोड़ देना चाहिए.`
कदम के छोटे बेटे को एमपीसीबी प्रमुख बनाया गया
कदम के बोलने के कुछ घंटों बाद, सरकार ने उनके छोटे बेटे सिद्धेश को महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) का अध्यक्ष नियुक्त करने की अधिसूचना जारी की. सिद्धेश मुंबई उत्तर-पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा नामांकन के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, जहां शिंदे सेना के गजानन कीर्तिकर सांसद हैं. कदम सीनियर और कीर्तिकर के बीच इस साल की शुरुआत में इस मुद्दे पर बहस हुई थी. सिद्धेश ने पूर्व आईएएस अधिकारी आबासाहेब जारहाद का स्थान लिया. अधिसूचना में कहा गया है कि जरहाद को इसलिए हटा दिया गया क्योंकि वह बिना कोई वैध कारण बताए कई महीनों तक अनुपस्थित रहे थे.
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