Updated on: 26 February, 2025 01:59 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
उन्होंने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस तरह एक राक्षस की ज़िंदगी तोते में बसी होती है, उसी तरह कुछ लोगों की ज़िंदगी बीएमसी में बसी होती है.
एकनाथ शिंदे. फ़ाइल चित्र
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि कुछ लोगों की ज़िंदगी बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) में बसी है और कहा कि उनकी पार्टी का ध्यान मुंबई नगर निगम जीतने पर होना चाहिए. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जिस तरह एक राक्षस की ज़िंदगी तोते में बसी होती है, उसी तरह कुछ लोगों की ज़िंदगी बीएमसी में बसी होती है. हमें उन लोगों को घर बैठाना होगा जो मुंबई को सोने के अंडे देने वाली मुर्गी समझते हैं. हमने उन्हें विधानसभा चुनाव के बाद घर बैठा दिया था. हमें उन्हें एक और झटका देना होगा. शिंदे ने `धन्यवाद रैली` को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र विधान परिषद की उपसभापति नीलम गोरहे पर व्यक्तिगत हमले करने के लिए पर निशाना साधा और कहा कि उन्होंने उनके "गंदे काम को उजागर कर दिया है और वे इसे संभाल नहीं सकते".
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रिपोर्ट के मुताबिक 2022 में विभाजन के बाद शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने वाले गोरहे ने शनिवार को दावा किया कि अविभाजित क्षेत्रीय पार्टी में पद भ्रष्ट तरीकों से प्राप्त किए गए थे, जिसमें मर्सिडीज कारों को उपहार में देना भी शामिल है. शिंदे ने कहा, "महायुति को मजबूत किया जाना चाहिए और यह हमारा एजेंडा है. हमारा ध्यान अर्जुन मिशन मुंबई (एकल दिमाग वाला फोकस) पर होना चाहिए." अविभाजित शिवसेना ने 1997-2022 तक लगातार 25 वर्षों तक नकदी से समृद्ध बीएमसी को नियंत्रित किया.
उपमुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि विधानसभा चुनावों से पहले पिछले साल शुरू की गई मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना को बंद नहीं किया जाएगा और सभी "पात्र" लाभार्थियों को 1,500 रुपये का मासिक भत्ता मिलता रहेगा. रिपोर्ट के अनुसार शिंदे ने भ्रष्टाचार के आरोपों पर सिस्ट्रा और एमएमआरडीए अधिकारियों की सुनवाई करने के लिए शीर्ष अधिकारी से कहा
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को शहरी विकास विभाग के एक शीर्ष अधिकारी से फ्रांसीसी कंसल्टेंसी फर्म सिस्ट्रा द्वारा मुंबई में मेट्रो परियोजनाओं से संबंधित लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने के लिए कहा. अतिरिक्त मुख्य सचिव (यूडी-1) असीम कुमार गुप्ता को "कंपनी के अधिकारियों और मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) के अधिकारियों की सुनवाई के बाद मामले का निरीक्षण करने" के लिए कहा गया है, उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नौकरशाह को 15 दिनों में एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक शिंदे शहरी विकास विभाग को संभालते हैं, जो राज्य द्वारा संचालित योजना और विकास एजेंसी एमएमआरडीए पर अधीक्षण रखता है.
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