Updated on: 07 January, 2025 05:31 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
केंद्र सरकार का कहना है कि कोविड जैसी स्थिति नहीं बनेगी. बेंगलुरु, नागपुर और तमिलनाडु में दो-दो और अहमदाबाद में एक.
फाइल फोटो
देश में HMPV यानी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. नागपुर में भी इस वायरस से संक्रमण के दो नये मामले सामने आये हैं. देश में अब तक कुल 7 लोग इस वायरस का शिकार हो चुके हैं. केंद्र सरकार का कहना है कि मामले बढ़ने से कोविड जैसी स्थिति नहीं बनेगी. बेंगलुरु, नागपुर और तमिलनाडु में दो-दो और अहमदाबाद में एक.
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने सोमवार को एक वीडियो बयान जारी कर कहा कि एचएमपीवी वायरस नया नहीं है और कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि इस वायरस की पहचान पहली बार 2001 में की गई थी और तब से यह दुनिया भर में फैल रहा है. उन्होंने कहा कि एचएमपीवी वायरस सांस के माध्यम से हवा में फैलता है और सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है. यह विशेष रूप से सर्दी और वसंत ऋतु में प्रचलित है.
जेपी नड्डा ने कहा कि हाल के दिनों में चीन में एचएमपीवी मामलों की अतिरिक्त खबरें आई हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) इस संबंध में स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी इस पर गौर कर रहा है और जल्द ही अपनी रिपोर्ट साझा करेगा. उन्होंने स्पष्ट किया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में किसी भी सामान्य श्वसन वायरल संक्रमण में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है.
इससे पहले, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने भी जनता से एचएमपीवी वायरस से नहीं घबराने की अपील की थी. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह वायरस नया नहीं है, यह पहले भी सामने आ चुका है और अब एक बार फिर यह अपना असर दिखा रहा है. इस संबंध में नियमों की घोषणा जल्द ही की जाएगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों को जानकारी उपलब्ध कराने का फैसला किया है और मीडिया से भी केवल आधिकारिक जानकारी प्रसारित करने की अपील की है.
तमिलनाडु सरकार ने ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि राज्य में इसके दो मामले सामने आए हैं. राज्य सरकार ने कहा कि यह वायरस नया नहीं है और पहले से ही प्रचलित वायरस है, जिसकी पहचान 2001 में की गई थी. एचएमपीवी वायरस स्थिर बना हुआ है और चिंता का कारण नहीं है. राज्य के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के अतिरिक्त मुख्य सचिव द्वारा जारी सूचना में कहा गया है कि एचएमपीवी संक्रमण आमतौर पर स्व-सीमित होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे अपने आप ठीक हो जाते हैं. इसके लिए पर्याप्त आराम और जलयोजन की आवश्यकता होती है, और सहायक देखभाल प्रदान की जाती है.
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