होम > मुंबई > मुंबई न्यूज़ > आर्टिकल > मुंबई में भारी बारिश से पवई झील में पानी का स्तर बढ़ा, बीएमसी ने दी ये चेतावनी

मुंबई में भारी बारिश से पवई झील में पानी का स्तर बढ़ा, बीएमसी ने दी ये चेतावनी

Updated on: 18 June, 2025 10:02 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

मुंबई में भारी बारिश के बाद पवई झील उफान पर आ गई है। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के अधिकारियों के अनुसार, जलग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण मंगलवार सुबह करीब 6 बजे झील का पानी उफान पर आ गया.

Pic/BMC

Pic/BMC

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा प्रबंधित मुंबई की प्रमुख कृत्रिम झीलों में से एक पवई झील पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के बाद आज सुबह से ही उफान पर है.

नगर निगम के अधिकारियों के अनुसार, लगातार बारिश के कारण जलग्रहण क्षेत्र में पानी का महत्वपूर्ण प्रवाह होने के कारण मंगलवार सुबह करीब 6 बजे झील उफान पर आ गई.


545 करोड़ लीटर (5.45 बिलियन लीटर) की भंडारण क्षमता वाली पवई झील का उपयोग मुख्य रूप से औद्योगिक गतिविधियों और गैर-पेय उद्देश्यों के लिए किया जाता है, खासकर आरे मिल्क कॉलोनी और आसपास के प्रतिष्ठानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए.


अधिकारियों ने बताया कि झील का जल स्तर लगभग 195.10 फीट तक पहुंच गया है, जो इसका पूर्ण आपूर्ति स्तर है.

बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) हर दिन शहर को ऊपरी वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, मध्य वैतरणा, भटसा, विहार और तुलसी झीलों से 3950 मिलियन लीटर पीने का पानी सप्लाई करता है.


बीएमसी से मिली जानकारी के अनुसार, निचली (मोदक सागर), मध्य और ऊपरी वैतरणा झीलें, तानसा झील के साथ मिलकर पश्चिमी उपनगरों, दहिसर चेक नाका से बांद्रा तक और माहिम से मालाबार हिल तक शहर के पश्चिमी हिस्से को पानी सप्लाई करती हैं.

भटसा, विहार और तुलसी झीलें मिलकर भटसा सिस्टम बनाती हैं. इसका पानी पंजरपुर जल उपचार संयंत्र में शुद्ध किया जाता है और शहर के पूर्वी हिस्सों और मुलुंड चेक नाका से सायन और सायन से मझगांव तक पूर्वी उपनगरों में सप्लाई किया जाता है.

इस बीच, मुंबई को पीने का पानी सप्लाई करने वाली झीलों का जलस्तर उनके जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद बढ़ गया है. बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के आंकड़ों के अनुसार, शहर को पानी उपलब्ध कराने वाले सात जलाशयों में अब कुल जल भंडार 10.19 प्रतिशत है. बुधवार (18 जून) को बीएमसी के रिकॉर्ड के अनुसार, इन जलाशयों में कुल जल भंडार 1,47,488 मिलियन लीटर है, जो उनकी कुल क्षमता का 10.19 प्रतिशत है. बीएमसी प्रतिदिन ऊपरी वैतरणा, मोदक सागर, तानसा, मध्य वैतरणा, भाटसा, विहार और तुलसी झीलों से पेयजल की आपूर्ति करती है. इनमें से तानसा में 9.99 प्रतिशत, मोदक सागर में 27.20 प्रतिशत, मध्य वैतरणा में 11.54 प्रतिशत, ऊपरी वैतरणा में 9.07 प्रतिशत, भाटसा में 5.90 प्रतिशत, विहार में 35.64 प्रतिशत और तुलसी में 34.83 प्रतिशत जल भंडार है.

अन्य आर्टिकल

फोटो गेलरी

रिलेटेड वीडियो

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy. OK