Updated on: 18 February, 2024 03:20 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कोल्हापुर में शिवसेना के दो दिनों के कन्वेंशन के दौरान कुछ ऐसी बात कही दी जिससे वह फिर से चर्चा में आ गए. उन्होंने कहा पिता-पति के रूप में वे फेल हो गए.
एकनाथ शिंदे और उनके बेटे श्रीकांत शिंदे.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कोल्हापुर में शिवसेना के दो दिनों के कन्वेंशन के दौरान कुछ ऐसी बात कही दी जिससे वह फिर से चर्चा में आ गए. उन्होंने कहा पिता-पति के रूप में वे फेल हो गए. शिंदे ने कहा- मैं अपने परिवार की उम्मीदों पर खड़ा नहीं उतर सका. इसका मुझे अफसोस है.
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सीएम शिंदे ने कहा, कल श्रीकांत के भाषण से मुझे परिवार के दुखों का एहसास हुआ. श्रीकांत ने मेरी आखें खोल दी. मैं घर जाता था तो बच्चे सो जाते थे. मैं अपने बेटे से हम महीने मिल नहीं पाता था. अपने परिवार के बारे में बात करते हुए सीएम शिंदे कुछ भावुक नजर आए.
एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने बयान में कहा कि मेरे पिता काम में इतने व्यस्त रहते थे कि उनके पास परिवार के लिए वक्त ही नहीं थी. मैं मां से कहता था कि पापा हमें वक्त नहीं देते.
शिवसेना कन्वेंशन के दौरान श्रीकांत शिंदे ने ये बातें कहीं. एकनाथ शिंदे भी वहीं मौजूद थे, दोनों इस बात पर भावुक हो गए. श्रीकांत कल्याण लोकसभी सीट से शिवसेना के सांसद हैं. 2014 में श्रीकांत ने पहली बार चुनाव लड़ा था.
इस पर महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा श्रीकांत के पास हमसे जुड़ी कोई यादें नहीं है. अगर कोई उनसे उनके माता-पिता के साथ गुजारे बचपन की यादों के बारे में पूछे तो वह बता नहीं सकते. जब उन्होंने MBBS किया तब भी मैं नहीं गया. उन्हें (श्रीकांत को) एक शिक्षित युवा के रूप में राजनीति में लाया गया. उन्होंने सांसद बनने के बाद MS की पढ़ाई पूरी की.
इस भाषण के दौरान महाराष्ट्र की राजनीति पर बात करते हुए सीएम ने कहा कि शाखाओं का नेटवर्क हर गांव में मौजूद होना चाहिए और महाराष्ट्र में हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 50 स्थानों पर शिवसेना को नेतृत्व करना चाहिए. उन्होंने कहा, आपका भविष्य, मेरा भविष्य संगठनात्मक ताकत पर निर्भर करता है.
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