Updated on: 13 October, 2024 08:34 AM IST | Mumbai
Faizan Khan
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह पर शक जताया जा रहा है.
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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजीत पवार गुट) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गिरोह पर शक जताया जा रहा है. इस गिरोह के सदस्यों ने पहले भी अभिनेता सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग की थी. मुंबई पुलिस को इस बात के प्रमाण मिले हैं कि बाबा सिद्दीकी की हत्या में बिश्नोई गिरोह के लोग शामिल हो सकते हैं. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, जिसमें यह संभावना भी है कि सिद्दीकी पर हमला उनके एसआरए (स्लम पुनर्वास प्राधिकरण) विवाद के कारण किया गया हो.
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घटना के तुरंत बाद मुंबई पुलिस ने दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान हरियाणा के करनैल सिंह और उत्तर प्रदेश के धर्मराज कश्यप के रूप में हुई. ये दोनों आरोपी सुपारी किलर हैं, जिन्हें सिद्दीकी की हत्या के लिए पैसे दिए गए थे. हत्या का एक और आरोपी घटनास्थल से भागने में सफल रहा, और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए तलाशी अभियान चला रही है.
घटना के दौरान तीनों आरोपी ऑटो-रिक्शा से आए थे और जीशान सिद्दीकी के कार्यालय के बाहर इंतजार कर रहे थे, जहाँ से बाबा सिद्दीकी अपने बेटे से मिलने के बाद बाहर निकले. आरोपियों ने मौके का फायदा उठाकर उन पर नजदीक से गोलियां चलाईं. दो गोलियां सिद्दीकी के सीने में लगीं, जबकि एक अन्य गोली उनके साथ मौजूद एक कार्यकर्ता के पैर में लगी. फायरिंग के बाद, एक आरोपी पैदल भाग निकला, जबकि बाकी दो को मौके पर ही पकड़ लिया गया.
घटना रात करीब 9 बजे की है, जिसके बाद सिद्दीकी को तत्काल लीलावती अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रात 11:35 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. सूत्रों का मानना है कि सिद्दीकी की हत्या के पीछे सलमान खान के साथ उनकी घनिष्ठता एक प्रमुख कारण हो सकती है, क्योंकि बिश्नोई गिरोह ने पहले भी सलमान खान को धमकी दी थी.
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