Updated on: 16 January, 2025 06:22 PM IST | Mumbai
Rajendra B. Aklekar
ये 150 ट्रेनें, जिनके दोनों छोर पर इंजन लगे हुए हैं, देश के विभिन्न हिस्सों से यात्राएं करेंगी.
प्रतीकात्मक तस्वीर
भारतीय रेलवे ने 300 इंजनों वाली 150 से अधिक ट्रेनों का एक विशेष सेट तैयार किया है, जो सोमवार से शुरू हुए महाकुंभ मेला 2025 के लिए हजारों चक्कर लगाएगी. ये 150 ट्रेनें, जिनके दोनों छोर पर इंजन लगे हुए हैं, देश के विभिन्न हिस्सों से यात्राएं करेंगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "विचार यह है कि विशेष ट्रेनों के लिए दोनों तरफ स्थायी रूप से इंजन लगाए जाएं, ताकि ट्रेनों का टर्नअराउंड तेजी से हो सके और इंजनों को जोड़ने और हटाने में समय बर्बाद न हो. हर जोन को कोच उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है और इसका उद्देश्य निर्बाध संचालन करना है."
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आयोजन के दौरान निर्बाध संचालन सुनिश्चित करने के लिए प्रयागराज जंक्शन और रेलवे बोर्ड मुख्यालय में एक केंद्रीकृत `वॉर रूम` स्थापित किया गया है, जो ट्रेनों की आवाजाही पर नजर रखने और राज्य और रेलवे पुलिस के साथ समन्वय करने के लिए चौबीसों घंटे काम करेगा. यात्रियों को टिकट प्राप्त करने में किसी भी कठिनाई का सामना न करना पड़े, यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन 10 लाख से अधिक टिकट जारी करने की व्यवस्था की गई है.
बारकोड-आधारित यूटीएस प्रणाली के माध्यम से टिकटिंग उपलब्ध कराई गई है. सभी प्लेटफॉर्म पर प्राथमिक चिकित्सा बूथ भी स्थापित किए गए हैं, जहां डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेंगे. निगरानी प्रणाली के तहत प्रयागराज मेला क्षेत्र के नौ स्टेशनों पर कुल 1,186 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. इसमें 764 नए कैमरे शामिल हैं, जिनमें से 116 चेहरे की पहचान करने में सक्षम हैं.
इस वर्ष दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम महाकुंभ 144 वर्षों में केवल एक बार होने वाले दुर्लभ खगोलीय संयोग के कारण और भी खास हो गया है.इस बीच, श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एनडीआरएफ की टीमें और उत्तर प्रदेश पुलिस की जल पुलिस को जगह-जगह तैनात किया गया है.यातायात पुलिस अधिकारियों ने महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए वाहनों की सुचारू आवाजाही और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए व्यापक व्यवस्था की है और विस्तृत योजना लागू की है.
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