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टाटा जगत का सूर्यास्त, रतन नवल टाटा का 86 साल की उम्र में निधन

Updated on: 10 October, 2024 12:18 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

गौरतलब है कि लगातार ऐसी खबरें आ रही थीं कि रतन टाटा मुंबई के बर्च कैंडी अस्पताल में गंभीर हालत में हैं.

रतन टाटा (फाइल फोटो)

रतन टाटा (फाइल फोटो)

उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा का निधन हो गया है. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन की ओर से एक मीडिया बयान जारी कर उनके निधन की खबर की घोषणा की गई है. गौरतलब है कि लगातार ऐसी खबरें आ रही थीं कि रतन टाटा मुंबई के बर्च कैंडी अस्पताल में गंभीर हालत में हैं, लेकिन हाल ही में टाटा संस के चेयरमैन ने उनके निधन की खबर की घोषणा की है.

इससे पहले सोमवार यानी 7 अक्टूबर 2024 को रतन टाटा की तबीयत बिगड़ने की खबर सामने आई थी. बताया गया कि रतन टाटा मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती हैं. हालांकि, इस खबर को अफवाह करार देते हुए रतन टाटा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म `एक्स` पर लिखा- ``यह दावा निराधार है. मैं फिलहाल उम्र संबंधी बीमारियों के कारण मेडिकल जांच करा रहा हूं. चिंता की कोई बात नहीं है.`` मैं ठीक हूं. टाटा ने जनता को आश्वासन दिया और उन्होंने मीडिया से गलत जानकारी न फैलाने की अपील की. उन्होंने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है. उन्होंने लोगों और मीडिया से अनुरोध किया कि वे `फर्जी खबरें फैलाने` से बचें.


 
 
 
 
 
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रतन ने मार्च 1991 से दिसंबर 2012 तक टाटा संस के अध्यक्ष के रूप में टाटा समूह का नेतृत्व किया. विदेश में पढ़ाई करने के बाद रतन टाटा सबसे पहले टाटा उद्योग समूह में सहायक के रूप में शामिल हुए. इसके बाद उन्होंने कई महीनों तक टाटा के जमशेदपुर स्थित प्लांट में ट्रेनिंग ली. ट्रेनिंग पूरी होते ही रतन टाटा अपनी जिम्मेदारियां संभालने लगे. 2008 में, रतन टाटा को भारत सरकार द्वारा देश के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.


गौरतलब है कि 1991 में रतन टाटा को ऑटो से लेकर स्टील तक के कारोबार से जुड़े टाटा ग्रुप का चेयरमैन बनाया गया था. चेयरमैन बनने के बाद रतन टाटा ने टाटा ग्रुप को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया. उन्होंने 2012 तक उस समूह का नेतृत्व किया, जिसकी स्थापना उनके परदादा ने एक सदी पहले की थी. 1996 में टाटा ने टेलीकॉम कंपनी टाटा टेलीसर्विसेज की स्थापना की और 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) बाजार में सूचीबद्ध हुई. चेयरमैन पद से हटने के बाद टाटा को टाटा संस, टाटा इंडस्ट्रीज, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और टाटा केमिकल्स के मानद चेयरमैन की उपाधि दी गई.

अरबपति उद्योगपति और बेहद उदार व्यक्ति रतन टाटा ने आज 86 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया. उनका जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था. वह 1991 से 2012 तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहे और इस दौरान उन्होंने बिजनेस क्षेत्र में कई कीर्तिमान रचे और देश के सबसे पुराने बिजनेस घरानों में से एक टाटा ग्रुप को बुलंदियों पर पहुंचाया. अगर हम रतन टाटा के व्यक्तित्व पर नजर डालें तो वह न सिर्फ एक बिजनेसमैन हैं बल्कि एक सरल, नेक और उदार इंसान, एक आदर्श और लोगों के लिए प्रेरणा के स्रोत भी हैं. ऐसे कई उदाहरण हैं जब वे अपने समूह के छोटे से छोटे कर्मचारियों को भी अपने परिवार की तरह मानते थे और उनकी देखभाल में कोई कसर नहीं छोड़ते थे.

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