Updated on: 28 June, 2025 11:21 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
टाटा मेमोरियल सेंटर (TMC) ने बच्चों में पाए जाने वाले कैंसर न्यूरोब्लास्टोमा के इलाज के लिए 7-8 लाख रुपये की किफायती MIBG (मेटायोडोबेंज़िलगुआनिडाइन) थेरेपी उपलब्ध कराई है.
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टाटा मेमोरियल सेंटर (TMC) ने न्यूरोब्लास्टोमा के इलाज के लिए किफायती MIBG (मेटायोडोबेंज़िलगुआनिडाइन) थेरेपी उपलब्ध कराने की घोषणा की है. न्यूरोब्लास्टोमा एक प्रकार का कैंसर है जो खासतौर पर बच्चों में पाया जाता है. अब, 7-8 लाख रुपये की किफायती लागत पर यह उपचार नवी मुंबई के खारघर स्थित TMC की इकाई एडवांस्ड सेंटर फॉर ट्रीटमेंट, रिसर्च एंड एजुकेशन इन कैंसर (ACTREC) में उपलब्ध होगा.
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5 मई को, ACTREC ने 17 वर्षीय एक बच्चे का इलाज 131I-mIBG की उच्च खुराक से किया, जो इस उपचार का पहला उदाहरण था. डॉ. सुदीप गुप्ता, TMC के निदेशक, ने बताया कि उच्च जोखिम वाले न्यूरोब्लास्टोमा के इलाज में कई उपचार विधियों का इस्तेमाल किया जाता है, जिनमें एंटी-जीडी2 इम्यूनोथेरेपी भी शामिल है. ऐसे मामलों में उपचार का खर्च लगभग 75 लाख रुपये तक पहुंच सकता है, और दीर्घकालिक परिणाम भी केवल 50 प्रतिशत तक ही सीमित रहते हैं.
डॉ. गुप्ता ने यह भी कहा कि भारत में एंटी-जीडी2 इम्यूनोथेरेपी बहुत महंगी है, जिसके कारण यह कई लोगों के लिए सुलभ नहीं है. हालांकि, 7-8 लाख रुपये में मिलने वाली उच्च खुराक वाली 131I-एमआईबीजी थेरेपी सस्ती और प्रभावी विकल्प साबित हो सकती है.
TMC की योजना है कि यह उपचार उच्च जोखिम वाले न्यूरोब्लास्टोमा वाले बच्चों को नियमित रूप से प्रदान किया जाए, और इसके लिए दुनिया के सबसे बड़े 41 `हॉट बेड` मेडिकल आइसोलेशन वार्ड का भी उपयोग किया जाएगा. यह कदम बच्चों के कैंसर के उपचार में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है, जो न केवल किफायती है, बल्कि परिणाम भी बेहतर हो सकते हैं.
इस पहल से न केवल बच्चों के लिए बेहतर इलाज की उम्मीद है, बल्कि यह भारत में कैंसर उपचार की लागत को भी कम करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
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