Updated on: 30 November, 2024 02:07 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
जलस्तर पिछले साल की तुलना में तुलनात्मक रूप से अधिक है.
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मुंबई शहर को पानी की आपूर्ति करने वाली सात झीलों में मानसून खत्म होने के दो महीने बाद ही जलस्तर 16 प्रतिशत कम हो गया है. शुक्रवार को सभी सात झीलों का संयुक्त जल भंडार सितंबर के 100 प्रतिशत से घटकर 84 प्रतिशत दर्ज किया गया. जलस्तर पिछले साल की तुलना में तुलनात्मक रूप से अधिक है, लेकिन 2022 की तुलना में कम है. 2023 में इस समय तक भंडार 80.1 प्रतिशत था और शहर को गर्मियों में पानी की कटौती का सामना करना पड़ा, जबकि 2022 में यह 84.7 प्रतिशत था.
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शहर को सात झीलों से पानी मिलता है, जिनकी सामूहिक क्षमता 14.47 लाख मिलियन लीटर पानी भंडार करने की है. इस साल मानसून खत्म होने तक झीलें लगभग भर चुकी थीं और भंडार 14.40 लाख मिलियन लीटर से अधिक हो गया था. भले ही इस साल भंडार थोड़ा बेहतर है, लेकिन पानी की कटौती से इंकार नहीं किया जा सकता है क्योंकि शहर की जरूरत झीलों की क्षमता से अधिक है.
बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, "मानसून में पानी की आपूर्ति के बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. हमने आपूर्ति की योजना इस तरह बनाई है कि अगले साल जुलाई के अंत तक पानी का स्टॉक बना रहे." मुंबई को हर दिन 4,500 मिलियन लीटर की मांग के मुकाबले 3,850 मिलियन लीटर पानी मिलता है.
वर्ष 2021, 2022 और 2023 में, मानसून के मौसम के तक झीलें लगभग 100 प्रतिशत भर गई थीं, और फिर भी शहर के कुछ हिस्सों में पानी की कमी का सामना करना पड़ा. मांग-आपूर्ति अनुपात से मेल खाने के लिए, बीएमसी ने तानसा अभयारण्य में गरगई बांध बनाने की योजना बनाई है, जो शहर की आपूर्ति में प्रतिदिन 400 मिलियन लीटर और जोड़ सकता है
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