Updated on: 21 December, 2024 10:14 AM IST | mumbai
Rajendra B. Aklekar
पश्चिमी रेलवे ने घोषणा की है कि क्रिसमस के दौरान बांद्रा का ऐतिहासिक पुल ध्वस्त करने के कारण ट्रेन सेवाओं पर असर पड़ेगा. यह काम रेलवे के विकास और सुरक्षा उपायों का हिस्सा है.
बांद्रा ब्रिज पर चल रहा काम। तस्वीरें/अनुराग अहिरे
कुर्ला बस हादसे के आरोपी संजय मोरे ने दावा किया है कि 9 दिसंबर की रात को एसजी बारवे मार्ग पर पैदल यात्रियों को कुचलने वाले इलेक्ट्रिक वाहन पर नियंत्रण खोने से पहले उसने चिंगारी देखी थी. हालांकि, जोन वी के डीसीपी गणेश गावड़े ने मिड-डे को बताया कि बेस्ट और आरटीओ दोनों की रिपोर्ट में ऑटोमेटिक वाहन में कोई खराबी नहीं पाई गई.
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मोरे के वकील एडवोकेट समाधान सुलाने ने शुक्रवार को मिड-डे को बताया, "कुर्ला पुलिस ने मुझे आज मोरे से बात करने की अनुमति दी और उन्होंने मुझसे सबसे पहली बात यही कही कि उन्हें जेल से बाहर निकाला जाए. उन्होंने मुझे बताया कि बस चलाते समय उन्हें चिंगारी दिखी और वे डर गए, जिससे उनका ऑटोमेटिक बस पर नियंत्रण खो गया. मोरे ने यह भी कहा कि उन्हें ऐसे वाहन चलाने का कोई अनुभव नहीं है."
घटना के तुरंत बाद, कुर्ला पुलिस ने 54 वर्षीय मोरे को गिरफ्तार कर लिया. जांच के दौरान पता चला कि मोरे को इलेक्ट्रिक बस चलाने का केवल पांच मिनट का प्रशिक्षण दिया गया था.
पुलिस की बात
डीसीपी गावड़े ने आरोपी के दावों का खंडन करते हुए कहा, "आरटीओ और बेस्ट की रिपोर्ट से पता चला है कि बस में कोई यांत्रिक खराबी नहीं थी. हमने मोरे के रक्त के नमूने को प्रयोगशाला में भेजा ताकि यह पता चल सके कि वह नशे में था या नहीं और इसका परीक्षण नकारात्मक आया. उसके शारीरिक परीक्षण भी किए गए. वह मानसिक रूप से स्वस्थ है. हम मामले की जांच कर रहे हैं."
सुलेन ने कहा कि पुलिस बेस्ट अधिकारियों या वेट-लीज उपठेकेदार पर मामला दर्ज नहीं करेगी. वकील ने कहा, "हालांकि, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए क्योंकि मेरे मुवक्किल को पर्याप्त प्रशिक्षण नहीं दिया गया था." इस बारे में पूछे जाने पर एक अधिकारी ने कहा, "हम अभी भी मामले की जांच कर रहे हैं और चालक को गिरफ्तार कर लिया है क्योंकि उसकी लापरवाही के कारण यह दुर्घटना हुई. हम इस मामले में बेस्ट या उपठेकेदार पर मामला दर्ज नहीं करेंगे."
मृतकों की संख्या में वृद्धि
19 दिसंबर को, 22 वर्षीय पीड़ित मेहताब शेख को सायन अस्पताल ने मृत घोषित कर दिया. इस त्रासदी में उसकी नौवीं जान चली गई, जिसमें 49 लोग घायल हो गए.
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