इस कार्य को पूरा करने के लिए रेलवे ने 10 घंटे का एक बड़ा ब्लॉक संचालित किया, जो शनिवार/रविवार की मध्यरात्रि 21/22 सितंबर को 00:00 बजे से लेकर सुबह 10:00 बजे तक चला.
इस ब्लॉक के दौरान, अप स्लो और डाउन स्लो लाइनों के साथ-साथ डाउन फास्ट लाइन पर भी ट्रैफिक को प्रभावित किया गया. अप स्लो लाइन की सभी ट्रेनों को अप फास्ट लाइन पर डायवर्ट किया गया, जिससे यात्रियों को इस दौरान थोड़ी असुविधा का सामना करना पड़ा.
बोरीवली से गोरेगांव के बीच यात्रा करने वाली ट्रेनों का संचालन इस दौरान अप फास्ट लाइन पर किया गया.
रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाओं की जानकारी दी थी और स्टेशन पर सूचना प्रणाली के माध्यम से यात्रियों को लगातार अपडेट दिया गया.
यह ब्लॉक गोरेगांव और कांदिवली स्टेशनों के बीच चल रहे छठी लाइन के निर्माण कार्य को सुगमता से पूरा करने के लिए आवश्यक था, जो कि मुंबई की बढ़ती रेल यातायात की मांग को पूरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है.
पिछले महीने भी पश्चिमी रेलवे द्वारा इसी तरह का एक जंबो ब्लॉक संचालित किया गया था, जो 10 घंटे तक चला था और इसका उद्देश्य भी गोरेगांव और कांदिवली के बीच छठी लाइन के निर्माण को आगे बढ़ाना था.
हालांकि, गणेशोत्सव के दौरान इस कार्य को स्थगित करना पड़ा था, लेकिन त्योहारी सीजन समाप्त होते ही रेलवे ने इस महत्वपूर्ण कार्य को तेजी से पूरा करने की योजना बनाई.
पश्चिमी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी विनीत अभिषेक ने प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि यह कार्य मुंबई की रेल सेवाओं को और अधिक कुशल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
छठी लाइन का निर्माण पूरा होने के बाद, ट्रेनों की समयबद्धता और गति में सुधार होगा, जिससे यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव मिलेगा.
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अनुरोध किया कि वे इस अवधि के दौरान होने वाली असुविधाओं के लिए सहयोग करें और रेलवे द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें.
भविष्य में भी रेलवे ऐसे उन्नयन कार्य जारी रखेगा ताकि मुंबई की लोकल ट्रेन सेवाएं और अधिक सुदृढ़ और विश्वसनीय बन सकें.
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