दिवाली के आने से पहले ही इन प्रमुख इमारतों को शानदार लाल रंग की रोशनी से रोशन किया गया, जिससे यह इमारतें और भी आकर्षक लग रही हैं. (PHOTOS: Atul Kamble)
लाल रंग की रोशनी में नहाया हुआ सीएसएमटी और बीएमसी मुख्यालय, रात के समय में विशेष रूप से ध्यान आकर्षित करते हैं.
सीएसएमटी, जो अपनी विक्टोरियन गोथिक वास्तुकला के लिए मशहूर है, लाल रंग की रोशनी में एक अद्वितीय दृश्य प्रस्तुत करता है.
इसकी वास्तुकला और नक्काशी, रोशनी में और भी अधिक चमक उठती है, जो आने वाले हर दर्शक को मंत्रमुग्ध कर देती है.
इसी प्रकार, बीएमसी मुख्यालय, जो एक ऐतिहासिक इमारत है, लाल रंग की लाइटिंग में किसी राजमहल से कम नहीं लगता. इन इमारतों की सजावट, दिवाली के पर्व की खुशी और उमंग को और भी बढ़ा देती है.
मुंबई में दिवाली का जश्न सिर्फ रोशनी तक सीमित नहीं रहता. यहां की गलियों और बाज़ारों में दीयों की रोशनी, रंगोली, पटाखों की आवाज़ और मिठाइयों की खुशबू सब कुछ इस पर्व की भव्यता को दर्शाते हैं.
बांद्रा, दादर, और अन्य क्षेत्रों में स्थानीय बाजारों में लोग दिवाली की तैयारियों में जुट जाते हैं. यहां के लोग एक-दूसरे को बधाई देते हैं और उत्सव की मिठाइयाँ बांटते हैं, जो इस पर्व के सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है.
मुंबई की रातें दिवाली के अवसर पर किसी सपनों के शहर से कम नहीं लगतीं. समुद्र के किनारे बसे इस शहर में, रोशनी की जगमगाहट समुद्री लहरों पर भी दिखाई देती है, जो इस शहर की प्राकृतिक सुंदरता और पर्व की भव्यता को और भी बढ़ा देती है.
दिवाली का यह पर्व न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह समाज को एकजुट करने और खुशियों को बांटने का भी प्रतीक है, और मुंबई इसे पूरी शिद्दत से मनाता है.
मुंबई की रफ्तार और चमक-धमक दिवाली के दौरान और भी बढ़ जाती है. यहां दिवाली के अवसर पर पूरे हफ्ते उत्सव का माहौल रहता है, जिसमें लोग अपने घरों को सजाते हैं, मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं और पटाखे जलाकर खुशी का इज़हार करते हैं.
ADVERTISEMENT