निशा मारू के घर आए हुए बप्पा और कलाकार राहुल वरिया.
निशा मारू जैन है. पिछले साल कोई प्लानिंग नहीं थी. अचानक उनकी मां मंजुला मारू भावुक हो गईं और अपने पिता को ले आईं. इस साल वे बड़ी प्लानिंग के साथ धूमधाम से अपने बप्पा को कुछ नया एक्सपीरियंस देने वाले हैं.
आप जानते ही होंगे कि मुंबई के घाटकोपर में रहने वाले राहुल वारिया अवानवा डेकोरेशन के लिए जाने जाते हैं. पिछले गणेश उत्सव में उन्होंने अपने घर पर मुंबई मेट्रो ट्रेन का डिब्बा तैयार किया था. इसीलिए निशा मारू ने राहुल भाई की मदद से अपने पिता के लिए डिंडोशी मुंबई मेट्रो की खास सजावट भी तैयार की है.
सजावट के साथ-साथ निशा मारू ने घर पर ही बप्पा की मूर्ति बनाने का फैसला किया. इसके पीछे राहुल भाई और उनके दोस्त मौलिक रावल की मेहनत भी है. दिंडोशी मेट्रो स्टेशन के पास निशा मारू के घर पर राहुल वारिया ने गणपति बप्पा की मिट्टी की मूर्ति तैयार की है. साथ ही मेट्रो डिब्बे में बैठे इको-फ्रेंडली बप्पा कितने प्यारे लग रहे हैं. (फोटो: राहुल वारिया और मौलिक रावल)
राहुल वारिया पिछले 12 सालों से इसी तरह अलग-अलग थीम पर सजावट करते आ रहे हैं. उनकी सजावट की एक खास बात यह है कि वे मुंबई के जाने-माने ट्रांसपोर्ट को सजाते हैं. इससे पहले वे डबल डेकर बेस्ट बस, लोकल ट्रेन आदि के लघु चित्र बना चुके हैं. राहुल वरिया कहते हैं, ``खासकर त्योहार के समय में ये सार्वजनिक परिवहन कनेक्टिविटी बढ़ाते हैं. मुंबईकरों के लिए ये सार्वजनिक वाहन जीवन रेखा हैं. इसलिए मैं इस थीम पर सजावट करना पसंद करती हूं.”
गणेश पुराण के अनुसार माघ शुद्ध चतुर्थी के दिन गणेश चतुर्थी मनाई जाती है. यह भी कहा जाता है कि इसी दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ था. यह विनायकी चतुर्थी के नाम से भी लोकप्रिय है.
इस बार निशा मारू ने सजावट या जश्न में प्लास्टिक का इस्तेमाल नहीं किया. निशा मारू कहती हैं, "इस प्रकार गणेशोत्सव के दौरान हमारे पास पर्यूषण होता है इसलिए बहुत सारे रिश्तेदार दर्शन के लिए नहीं आ पाते हैं. और अब अच्छा ठंडा मौसम है इसलिए लोग दर्शन के लिए भी आ सकते हैं."
ऐसा निशा मारू का कहना है. "हमारे ऊपर बप्पा की बहुत कृपा है. बप्पा खुद वहां आना पसंद करते हैं. पिछली बार जब हम बप्पा को पुराने घर में लाए थे... तब भी बहुत मजा आया था. इस साल बप्पा की कृपा है कि हम उन्हें नए फ्लैट में लेकर आएं."
निशा मारू का मानना है कि गणपति बप्पा तेदावी के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करना चाहिए. हम पूरी आस्था के साथ पिता से प्रार्थना करते हैं.
पिछले साल निशा मारू को वहां गणपति बप्पा का चमत्कार हुआ था. अत्यधिक ठंड होने के बावजूद घर में गुड़ पिघल गया और उसने बप्पा का आकार ले लिया.
राहुल वरिया के लिए, उनकी गतिविधि के पीछे की प्रेरणा उनकी माँ और पिता हैं. उनके आशीर्वाद से ही वे सब कुछ कर सकते हैं.` देखो इस वर्ष भी कितनी अच्छी सजावट की गयी है.
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