इसी के साथ, बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) भी गणेशोत्सव की तैयारियों में जुट गई है. चौपाटी, जो मुंबई का प्रमुख गणेश विसर्जन स्थल है, वहां इस बार विशेष इंतज़ाम किए जा रहे हैं. (Pic/Ashish Raje)
बीएमसी ने समुद्र तट पर एक विशाल पंडाल का निर्माण किया है. यहां गणेश विसर्जन के लिए आने वाले भक्तों की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन पर नज़र रखी जाएगी.
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस और बीएमसी ने संयुक्त रूप से योजना बनाई है.
चौपाटी पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बैरिकेडिंग की गई है.
मेडिकल टीम, दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमें भी मौके पर मौजूद रहेंगी ताकि किसी आपात स्थिति से निपटा जा सके.
बीएमसी अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इस बार ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों की मदद से निगरानी की जाएगी.
वहीं, कृत्रिम तालाब और अस्थायी टैंक भी बनाए जा रहे हैं ताकि पर्यावरण को नुकसान से बचाया जा सके.
गणेशोत्सव 2025 से पहले बीएमसी श्रद्धालुओं से अपील कर रही है कि वे इको-फ्रेंडली मूर्तियों का विसर्जन करें और प्लास्टिक जैसी हानिकारक सामग्री का प्रयोग न करें.
गणेशोत्सव मुंबईकरों के लिए सिर्फ आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर का पर्व है. बीएमसी की तैयारियों से साफ है कि इस बार भी गणपति बप्पा की विदाई पूरे उल्लास और सुरक्षित माहौल में होगी.
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