प्रदर्शनकारियों ने सरकारी कार्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया और प्रशासन को ज्ञापन सौंपे, जिसमें कब्र को तुरंत हटाने की मांग की गई. (Pics/Kirti Surve Parade)
महल क्षेत्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के पास जुटे प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की और औरंगजेब का पुतला जलाया.
छत्रपति संभाजीनगर ग्रामीण पुलिस ने ऐहतियात के तौर पर खुल्दाबाद शहर के प्रवेश बिंदु से लेकर औरंगजेब की कब्र तक सुरक्षा चौकियां स्थापित कर दी हैं.
राज्य रिजर्व पुलिस बल (SRPF) की एक कंपनी, 30 स्थानीय पुलिसकर्मी और 20 होमगार्ड तैनात किए गए हैं.
अब कब्र पर आने वाले पर्यटकों को अपनी पहचान दर्ज करवानी होगी.
होमगार्ड की एक टीम आगंतुक रजिस्टर में नाम दर्ज करने के साथ ही पहचान पत्र की जांच करेगी.
इस मुद्दे ने महाराष्ट्र की राजनीति को गरमा दिया है. दक्षिणपंथी संगठनों ने सरकार पर इस्लामी प्रतीकों को बढ़ावा देने का आरोप लगाया,
जबकि विपक्ष ने इसे सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का हथकंडा बताया. नागपुर और अन्य क्षेत्रों में भी विरोध प्रदर्शन हुए, जिससे माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है.
सरकार अब इस मुद्दे पर कड़े फैसले लेने की स्थिति में है, जबकि कानून-व्यवस्था बनाए रखने की चुनौती भी उसके सामने है.
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