Updated on: 14 July, 2024 07:56 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात हथियारबंद बदमाशों ने सुबह 9:40 बजे 20वीं बटालियन सीआरपीएफ और मणिपुर पुलिस की एक टीम को निशाना बनाया. यह एक आश्चर्यजनक हमला था.
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मणिपुर में हिंसा की आग थमने का नाम नहीं ले रही है. राज्य के जिरीबाम में बदमाशों ने सीआरपीएफ और राज्य पुलिस की टीम पर हमला कर दिया. घात लगाकर किए गए हमले में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया और करीब तीन जवान घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि अज्ञात हथियारबंद बदमाशों ने सुबह 9:40 बजे 20वीं बटालियन सीआरपीएफ और मणिपुर पुलिस की एक टीम को निशाना बनाया. यह एक आश्चर्यजनक हमला था.
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यह घटना तब हुई जब टीम शनिवार को हुई गोलीबारी की घटना से संबंधित तलाशी अभियान के लिए मोनबुंग गांव जा रही थी. शहीद सीआरपीएफ जवान की पहचान बिहार निवासी अजय कुमार झा के रूप में हुई है. अधिकारियों ने बताया कि तीन घायल जवानों में जिरीबाम पुलिस थाने का एक उप निरीक्षक भी शामिल है.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया कि कर्तव्य की राह पर उनका सर्वोच्च बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. मैं मृत सैनिक के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं और हमले के दौरान घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.
पिछले साल 3 मई को भड़की हिंसा की आग अभी भी शांत नहीं हुई है. कुकी और मिताई समुदायों के बीच हिंसा जारी है. पिछले एक साल से लगातार हमले हो रहे हैं. अब तक दोनों तरफ से एक हजार से ज्यादा लोग मारे गए हैं और घायल हुए हैं. कुछ लोग पड़ोसी राज्य असम में भी छुपे हुए हैं. इंफाल को कछार से जोड़ने वाले जिरीबाम में हालात सामान्य नहीं हैं. कुकी समुदाय के लोगों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया है. कुकी जनजातियों का यह भी आरोप है कि मैतेई समुदाय सभी आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं को ले जाने वाले ट्रकों को पहाड़ी क्षेत्रों में प्रवेश करने की अनुमति नहीं देता है. 50 हजार से ज्यादा लोग अपना घर छोड़ने को मजबूर हो गए हैं.
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