लगातार बारिश के चलते इस सड़क पर जगह-जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं, जो न सिर्फ वाहन चालकों के लिए, बल्कि पैदल चलने वालों के लिए भी खतरे का कारण बन चुके हैं. (PHOTO BY SATEJ SHINDE)
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पिछले कई वर्षों से दत्तापाड़ा रोड की हालत खराब होती जा रही है, लेकिन इस बार स्थिति और भी बदतर हो गई है.
बारिश की शुरुआत होते ही सड़क पर गड्ढे उभर आए और धीरे-धीरे उनका आकार इतना बढ़ गया कि अब सड़क पर सुरक्षित चलना मुश्किल हो गया है.
दोपहिया वाहनों के लिए यह गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं. कई बार स्कूटर और बाइक सवार इन गड्ढों में फिसलकर गिर चुके हैं, जिससे उन्हें चोटें भी आई हैं.
स्कूल जाने वाले बच्चों, बुज़ुर्गों और कामकाजी लोगों को हर दिन इन सड़कों से होकर गुजरना पड़ता है.
पानी भर जाने पर गड्ढे दिखाई भी नहीं देते, जिससे हादसे का खतरा और बढ़ जाता है. स्थानीय निवासियों का यह भी कहना है कि इस क्षेत्र में जलभराव की समस्या पहले से मौजूद है, और गड्ढों ने स्थिति को और अधिक खराब कर दिया है.
स्थानीय नगरसेवकों और बीएमसी (बृहन्मुंबई महानगरपालिका) को कई बार शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है. नागरिकों की मांग है कि जल्द से जल्द इस सड़क की मरम्मत कराई जाए और बारिश के मौसम में वैकल्पिक समाधान उपलब्ध कराया जाए. सड़क की ऐसी हालत सिर्फ एक क्षेत्र की नहीं है, बल्कि मुंबई के कई इलाकों में यही स्थिति देखने को मिल रही है.
इससे साफ है कि नगर प्रशासन को बारिश से पहले सड़कों की मरम्मत और निगरानी की व्यवस्था और मजबूत करनी होगी, ताकि हर साल मानसून में मुंबईकरों को इन परेशानियों का सामना न करना पड़े.
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