Updated on: 23 April, 2024 02:43 PM IST | mumbai
Ujwala Dharpawar
ओबीसी की समस्याओं के समाधान के लिए दिल्ली में उनकी जरूरत है, ऐसी मांग बैठक में अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की ओर से की गयी.
मंत्री छगन भुजबल को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और नासिक लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए.
Lokshabha Elections 2024 Chhagan Bhujbal: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस बात पर जोर दिया कि ओबीसी नेता मंत्री छगन भुजबल को नासिक लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए. हालाँकि, एक महीने की अवधि के बाद भी, राज्य नेतृत्व ने उम्मीदवारी की घोषणा नहीं की, इसलिए मंत्री छगन भुजबल ने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली. मंत्री छगन भुजबल को इस फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए और नासिक लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए. ओबीसी की समस्याओं के समाधान के लिए दिल्ली में उनकी जरूरत है, ऐसी मांग बैठक में अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की ओर से की गयी.
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अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद की ओर से आयोजित इस बैठक में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से राय मांगी गयी. इसके बाद सभी की जिद है कि मंत्री छगन भुजबल को नासिक लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ना चाहिए. सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि मंत्री छगन भुजबल साहब द्वारा लिया गया निर्णय सभी को स्वीकार्य है. इस अवसर पर विदर्भ ब्राह्मण विकास मंच नासिक की ओर से सचिव रूपेश जोशी के प्रतिनिधिमंडल ने मंत्री छगन भुजबल की उम्मीदवारी को समर्थन देने की घोषणा की.
बैठक की अध्यक्षता अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद क्षेत्रीय उपाध्यक्ष दिलीप खैरे, बालासाहेब कार्दक, क्षेत्रीय सचिव साधन जेजुरकर, जिला अध्यक्ष डॉ. योगेश गोसावी, प्रोफेसर ज्ञानेश्वर दराडे, शहर अध्यक्ष कविताताई कार्दक, महिला जिला अध्यक्ष योगिता अहेर, महिला शहर अध्यक्ष ने की. आशा भंडुरे, अंबादास खैरे, योगेश निसल, संतोष खैरनार, दिलीप तुपे, गाजू घोडके, ज्ञानेश्वर महाजन, नाना पवार, शिवा काले, ज्ञानेश्वर शेवाले, नितिन गायकवाड़, रूपेश जोशी, अमोल नाइक, सुनील पैठणकर, प्रशांत लोहार, राजेंद्र जगजाप, किशोरी, काकालिज सहित खैरनार, मेघा दराडे, मीनाक्षी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे.
अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद के लिए यह गर्व की बात है कि देश भर में ओबीसी भाइयों के लिए काम कर रहे मंत्री छगन भुजबल पर केंद्रीय नेतृत्व की नजर पड़ी और उन्होंने उनसे चुनाव लड़ने का आग्रह किया. हमें केंद्रीय नेतृत्व के ध्यान को ध्यान में रखते हुए उदारवादी रुख बनाए रखना चाहिए. नासिक के विकास और ओबीसी भाइयों के न्याय अधिकार के लिए दिल्ली में मंत्री छगन भुजबल की जरूरत है. इसलिए उनका नेतृत्व दिल्ली में होना चाहिए.
साथ ही क्षेत्रीय उपाध्यक्ष दिलीप खैरे और बालासाहेब कार्डक ने राय व्यक्त की कि मंत्री छगन भुजबल द्वारा लिया गया निर्णय सभी को स्वीकार्य होगा. इस अवसर पर प्रोफेसर ज्ञानेश्वर दराडे, डॉ. योगेश गोसावी, कविताताई कार्डक, आशा भंडुरे सहित विभिन्न समुदायों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और सदस्यों ने अपनी संवेदना व्यक्त की.
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