Updated on: 19 March, 2025 06:08 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
विहिप कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए आंदोलन किया था, जिसके कारण नागपुर में हिंसा भड़क गई थी.
प्रतीकात्मक छवि
अल्पसंख्यक डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के नेता फहीम खान को सोमवार को नागपुर पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार विहिप कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए आंदोलन किया था, जिसके कारण नागपुर में हिंसा भड़क गई थी. खान का नाम हिंसक झड़पों के सिलसिले में अब तक दर्ज छह एफआईआर में से एक में 50 अन्य के साथ दर्ज है, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. बुधवार को एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है कि खान ने दंगे भड़काने में कोई भूमिका निभाई थी या नहीं.
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रिपोर्ट के मुताबिक एफआईआर में कहा गया है कि खान के नेतृत्व में 50 से 60 लोगों का एक समूह सोमवार को गणेशपेठ पुलिस स्टेशन के बाहर गैरकानूनी तरीके से इकट्ठा हुआ और पुलिस को विश्व हिंदू परिषद के विरोध के खिलाफ एक ज्ञापन सौंपा. इसके बाद, खान और आठ अन्य लोग भालदारपुरा इलाके में गए, जहां शिवाजी महाराज चौक के पास अल्पसंख्यक समुदाय के लगभग 500 से 600 लोग इकट्ठा हुए थे. अधिकारी ने कहा कि बाद में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि खान को कब उठाया गया.
यह पूछे जाने पर कि क्या खान मास्टरमाइंड था, नागपुर के पुलिस आयुक्त वीरेंद्र सिंघल ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि हमलावरों की पहचान करने और एफआईआर में नामित व्यक्तियों की भूमिका की जांच चल रही है. रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहा, "कुछ नाम सामने आए हैं. पुलिस जांच करेगी कि क्या इन लोगों की शुरू से ही कोई भूमिका थी, क्या उनका आपराधिक इतिहास था, या वे (हिंसा) की योजना बना रहे थे. इन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है".
उन्होंने कहा कि अब तक छह एफआईआर दर्ज की गई हैं और पुलिस उन लोगों की तलाश कर रही है जिनके नाम एफआईआर में दर्ज हैं. रिपोर्ट के मुताबिक छत्रपति संभाजीनगर जिले में स्थित मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र को हटाने के लिए वीएचपी और बजरंग दल के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन के दौरान पवित्र शिलालेखों वाली `चादर` जलाने की अफवाहों के बीच सोमवार रात को मध्य नागपुर के इलाकों में हिंसक भीड़ ने उत्पात मचाया. तलाशी अभियान के बाद 50 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया और नागपुर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने मंगलवार को कहा कि नागपुर में हुई हिंसा पूर्वनियोजित थी, क्योंकि भीड़ ने कुछ खास घरों को निशाना बनाया था.
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