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सोलापुर टॉवल फैक्ट्री में भीषण आग, 8 लोगों की मौत, 17 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

Updated on: 19 May, 2025 09:45 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

महाराष्ट्र के सोलापुर स्थित MIDC क्षेत्र की एक टॉवल फैक्ट्री में रविवार को भीषण आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए.

प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और फैक्ट्री की फायर सेफ्टी स्थिति की समीक्षा की जा रही है.

प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और फैक्ट्री की फायर सेफ्टी स्थिति की समीक्षा की जा रही है.

की हाइलाइट्स

  1. सोलापुर की टॉवल फैक्ट्री में भीषण आग, 8 लोगों की मौत
  2. आग बुझाने में 17 घंटे लगे, कई दमकलकर्मी घायल
  3. घटना सोलापुर MIDC क्षेत्र के सेंट्रल इंडस्ट्री में हुई

महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में स्थित MIDC औद्योगिक क्षेत्र की एक टॉवल फैक्ट्री में रविवार, 18 मई को भीषण आग लग गई, जिसमें अब तक 8 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. इस दर्दनाक हादसे में कई लोग झुलस गए, जबकि रेस्क्यू के दौरान कई दमकलकर्मी भी घायल हो गए हैं.

हादसा सोलापुर के सेंट्रल इंडस्ट्री एरिया में स्थित एक टॉवल निर्माण इकाई में हुआ, जहां अचानक आग भड़क गई. फायर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, आग इतनी भयावह थी कि उस पर काबू पाने के लिए लगभग 17 घंटे तक बचाव अभियान चलाया गया. घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर भेजी गईं.


 



 

फायर ऑफिसर राकेश सालुंके ने ANI को जानकारी देते हुए बताया कि आग पर काबू पाने में दमकलकर्मियों को 5-6 घंटे लगातार मेहनत करनी पड़ी, लेकिन पूर्ण नियंत्रण और राहत कार्यों में 17 घंटे का वक्त लग गया.

आग लगने का कारण फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन माना जा रहा है कि फैक्ट्री में ज्वलनशील पदार्थों की उपस्थिति और उचित फायर सेफ्टी इंतज़ाम न होने की वजह से स्थिति बिगड़ गई.

इस हादसे में मारे गए लोगों के शव बुरी तरह झुलसे हुए हैं और उनकी पहचान में मुश्किल आ रही है. पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर जांच में जुटी हुई हैं. मृतकों के परिवार वालों को सूचना दी जा चुकी है और घायलों को सोलापुर के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है.

प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं और फैक्ट्री की फायर सेफ्टी स्थिति की समीक्षा की जा रही है. मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया गया है और पीड़ित परिवारों को सहायता देने का आश्वासन दिया गया है.

यह घटना महाराष्ट्र में औद्योगिक सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है. फैक्ट्री संचालन में लापरवाही और फायर सेफ्टी के नियमों की अनदेखी से इस तरह की घटनाएं बार-बार सामने आ रही हैं, जिन्हें रोकना अब बेहद ज़रूरी हो गया है.

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