Updated on: 22 August, 2025 02:47 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र सरकार ने गणेशोत्सव को “राज्य महोत्सव” घोषित किया है। सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशिष शेलार ने सभी विभागों और सरकारी संस्थाओं को निर्देश दिए कि इस उत्सव को और भव्य व व्यापक स्तर पर मनाया जाए.
X/Pics, Ashish Shelar
महाराष्ट्र सरकार ने गणेशोत्सव को आधिकारिक रूप से “राज्य महोत्सव” घोषित कर दिया है. गणेशोत्सव को महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान माना जाता है, जिसे समाज के हर वर्ग का व्यक्ति उत्साहपूर्वक मनाता है. अब जब पहली बार राज्य सरकार इस उत्सव को अपने स्तर पर साजरा कर रही है, तो इसे और व्यापक रूप में मनाने तथा अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं.
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सांस्कृतिक कार्य मंत्री आशिष शेलार ने वांद्रे स्थित एमएसआरडीसी भवन में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में यह निर्देश दिए. इस बैठक में बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी, सांस्कृतिक कार्य विभाग के सचिव डॉ. किरण कुलकर्णी, पुलिस आयुक्त, एमएमआरडीए, म्हाडा, मुंबई विश्वविद्यालय, सीमा शुल्क, बेस्ट, मध्य व पश्चिम रेलवे, भारतीय रिजर्व बैंक, एचपीसीएल, बीपीसीएल, इंडियन ऑयल, महाडिस्कॉम, अदानी एयरपोर्ट, टाटा पावर समेत कई केंद्रीय व राज्य सरकारी संस्थाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.
वांद्रे येथील बालनाट्यगृह आणि वांद्रे एच पश्चिम वॉर्डमधील प्रस्तावित क्रीडा संकुलाबाबत आज एमएसआरडीसी कार्यालयात महापालिका अधिकारी आणि इतर विभागाच्या संबंधित अधिकाऱ्यांसोबत आढावा बैठक घेतली. यावेळी उपस्थित अधिकाऱ्यांशी सविस्तर चर्चा करून, या विषयाच्या संदर्भात सूचना केल्या.
— Adv. Ashish Shelar - ॲड. आशिष शेलार (@ShelarAshish) August 22, 2025
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शेलार ने कहा कि गणेशोत्सव केवल महाराष्ट्र तक सीमित नहीं है, बल्कि 22 देशों में धूमधाम से मनाया जाता है. सार्वजनिक और घरगुती दोनों स्तरों पर मनाया जाने वाला यह उत्सव अब राज्य सरकार की भागीदारी से और भी बड़े स्वरूप में सामने आएगा. उन्होंने कहा कि यह पर्व धर्म, जाति और भाषा से परे एकजुटता और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक बने.
गणेशोत्सव के दौरान राज्य से लेकर तालुका स्तर तक विभिन्न सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं के लिए 10 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि रखी जाएगी. साथ ही सोशल मीडिया पर विशेष प्रचार अभियान चलाने का भी निर्णय लिया गया है. इस दौरान नाट्य, संगीत, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की संकल्पनाओं जैसे आत्मनिर्भर भारत, स्वदेशी, ऑपरेशन सिंदूर और छत्रपति शिवाजी महाराज के गडकिल्लों से जुड़े विषयों पर कार्यक्रम होंगे.
गणेशोत्सव के 10 दिनों में जिलावार माजी सैनिकों का सत्कार “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत किया जाएगा. साथ ही निबंध, चित्रकला और ब्लॉग प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा. इसके अलावा घरगुती और सार्वजनिक गणेशोत्सव के फोटो-वीडियो अपलोड करने के लिए विशेष डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार किया जा रहा है, जिस पर प्रमुख मंडलों का सीधा प्रसारण भी उपलब्ध रहेगा.
शेलार ने कहा कि गणेशोत्सव को “राज्य महोत्सव” का दर्जा मिलने से महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान और सशक्त होगी. लोकसहभाग, डिजिटल प्रसार, अंतरराष्ट्रीय मान्यता और पर्यावरण अनुकूल उपक्रमों के जरिए यह उत्सव केवल धार्मिक न रहकर विश्व को जोड़ने वाला सांस्कृतिक महोत्सव बनेगा.
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