Updated on: 21 August, 2025 09:14 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इस संस्करण में भारतीय नौसैनिक जहाज INS ज्योति और INS राणा और श्रीलंकाई नौसैनिक जहाज SLNS गजबाहु ने भाग लिया.
यह अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया गया। चित्र/रक्षा जनसंपर्क
भारत-श्रीलंका नौसैनिक अभ्यास, SLINEX-25, का 12वां संस्करण कोलंबो में संपन्न हुआ, गुरुवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया. इस संस्करण में पूर्वी बेड़े से भारतीय नौसैनिक जहाज INS ज्योति और INS राणा और श्रीलंकाई नौसैनिक जहाज SLNS गजबाहु और SLNS विजयबाहु (दोनों अग्रिम अपतटीय गश्ती पोत) ने भाग लिया.
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कोलंबो बंदरगाह पहुँचने पर, भारतीय जहाजों के कमांडिंग अधिकारियों ने पश्चिमी नौसेना क्षेत्र के कमांडर रियर एडमिरल चंदिमा सिल्वा से मुलाकात की. उन्होंने नौसैनिक सहयोग को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की और सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान किया. अधिकारियों ने 1987 और 1990 के बीच श्रीलंका में शांति अभियानों के दौरान शहीद हुए भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए भारतीय शांति सेना (IPKF) स्मारक पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की.
इस यात्रा के एक भाग के रूप में, भारतीय नौसेना के जहाजों को जनता के लिए खोल दिया गया. आगंतुकों में श्रीलंकाई नौसेना के अधिकारी, सरकारी अधिकारी, छात्र और श्रीलंका में भारतीय समुदाय के सदस्य शामिल थे. बयान में कहा गया है, "इस पहल ने भारतीय नौसेना की परिचालन क्षमताओं, तकनीकी प्रगति और समृद्ध नौसैनिक परंपराओं को प्रदर्शित करने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया."
बयान में आगे कहा गया है कि इस पहल ने आपसी समझ को गहरा करने, समुद्री कूटनीति को बढ़ावा देने और भारत और श्रीलंका के बीच लोगों के बीच संबंधों को मज़बूत करने में भी मदद की. इसमें कहा गया है कि यह अभ्यास दो चरणों में आयोजित किया गया, पहला चरण कोलंबो में 14 से 16 अगस्त, 2025 तक बंदरगाह चरण और दूसरा चरण समुद्री चरण 17 से 18 अगस्त तक.
बंदरगाह चरण के दौरान आयोजित गतिविधियों में पेशेवर बातचीत, सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान, अग्निशमन, क्षति नियंत्रण, विमानन संचालन और मानवीय सहायता एवं आपदा राहत (HADR) पर पारस्परिक प्रशिक्षण, मैत्रीपूर्ण खेल प्रतियोगिताएँ और एक प्री-सेल सम्मेलन शामिल थे.समुद्री चरण में उन्नत नौसैनिक अभ्यासों की एक विस्तृत श्रृंखला का सफल आयोजन हुआ, जिसमें संयुक्त अभ्यास, तोपखाने की क्रमिक फायरिंग, संचार प्रोटोकॉल, नेविगेशन, साथ ही नाविक कौशल विकास, विजिट बोर्ड सर्च एंड सीज़र (VBSS), और ईंधन भरना शामिल थे.
गुरुवार को जारी आधिकारिक बयान में कहा गया, "ये सावधानीपूर्वक नियोजित अभियान अंतर-संचालन क्षमता को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाते हैं, सामरिक क्षमताओं को मज़बूत करते हैं और समुद्री सुरक्षा एवं स्थिरता सुनिश्चित करने की साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हैं." बयान में कहा गया कि श्रीलंका में भारतीय नौसैनिक जहाजों की तैनाती भारत-श्रीलंका के बीच बढ़ती समुद्री साझेदारी में एक और अध्याय है.
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