Updated on: 04 December, 2024 05:26 PM IST | Mumbai
Diwakar Sharma
भारत की राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू मुख्य अतिथि होंगी, जिसकी मेजबानी नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी करेंगे.
स्क्रीनशॉट
नौसेना दिवस के अवसर पर, भारतीय नौसेना 4 दिसंबर को ओडिशा के पुरी में ब्लू फ्लैग बीच पर एक ऑपरेशनल डेमो (ऑपरेशन डेमो) के माध्यम से अपनी परिचालन शक्ति और कौशल का प्रदर्शन करेगी. भारत की माननीय राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों की सर्वोच्च कमांडर, श्रीमती द्रौपदी मुर्मू इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि होंगी, जिसकी मेजबानी नौसेना प्रमुख (सीएनएस) एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी करेंगे.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
इस कार्यक्रम में ओडिशा के राज्यपाल और मुख्यमंत्री, केंद्रीय और राज्य कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ केंद्रीय और राज्य सरकार के अधिकारी, सैन्य गणमान्य व्यक्ति और स्थानीय लोग भी शामिल होंगे. यह दूसरी बार है जब भारतीय नौसेना किसी बड़े नौसैनिक स्टेशन के अलावा किसी अन्य स्थान पर एक मेगा इवेंट आयोजित कर रही है.
ऑपरेशन डेमो में 90,000 टन के संयुक्त टन भार वाली इकाइयाँ भाग लेंगी, जिनके पास 300 किलोमीटर के दायरे में सतह, उपसतह या हवा से आने वाले किसी भी खतरे को बेअसर करने की क्षमता वाले हथियार और सेंसर होंगे. 3,500 से ज़्यादा कर्मचारी समुद्र में प्लेटफ़ॉर्म पर तैनात रहेंगे और 350 कर्मचारी ऑपरेशन डेमो के लिए तट पर समन्वय में शामिल होंगे. नौसेना ओडिशा के साथ ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंध साझा करती है.
प्राचीन ओडिशा अपने व्यापक समुद्री संबंधों के लिए प्रसिद्ध था, जो इसकी पहचान और समृद्धि के लिए केंद्रीय थे. ओडिशा एक प्रमुख समुद्री शक्ति थी, जिसकी बंगाल की खाड़ी में विदेशी व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की समृद्ध परंपरा थी. ओडिशा के व्यापारी और नाविक लंबी यात्राओं पर निकले और दूर-दराज के देशों के साथ संबंध बनाए.
नौसेना दिवस 24 समारोह में भारतीय नौसेना की स्वदेशी अत्याधुनिक तकनीक का प्रदर्शन किया जाएगा, जो भारत सरकार के `आत्मनिर्भर भारत` के संकल्प को आगे बढ़ाएगा और क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (SAGAR) के दृष्टिकोण से निर्देशित हिंद महासागर क्षेत्र में `पसंदीदा सुरक्षा भागीदार और पहला उत्तरदाता` बनने का संकल्प लेगा.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT