Updated on: 11 April, 2024 03:28 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कदम ने कहा कि सांगली क्षेत्र आजादी के बाद से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है.
पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ कांग्रेस विधायक विश्वजीत कदम. तस्वीर/एक्स
Lok Sabha Elections 2024: कांग्रेस विधायक विश्वजीत कदम ने बुधवार को महा विकास अघाड़ी से सांगली लोकसभा सीट उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) को आवंटित करने के अपने फैसले पर फिर से विचार करने का आग्रह किया और इस क्षेत्र को अपनी पार्टी का गढ़ बताया. तीन दलों के विपक्षी गुट एमवीए ने मंगलवार को आगामी लोकसभा चुनावों के लिए सीट-बंटवारे के समझौते पर मुहर लगा दी, जिसमें सेना (यूबीटी) को 21 सीटें मिलीं और कांग्रेस 17 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ने पर सहमत हुई। एनसीपी (सपा) 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी. यह समझौता तब हुआ जब कांग्रेस ने विवादास्पद सांगली और भिवंडी सीटों पर अपना दावा छोड़ दिया, जो अब क्रमशः सेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के लिए नामित हैं. यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कदम ने कहा कि सांगली क्षेत्र आजादी के बाद से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है. सांगली जिले की पलुस-काडेगांव विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले कदम ने कहा, “हमने ईमानदारी से कांग्रेस के राज्य और केंद्रीय नेतृत्व को यह सुनिश्चित करने के लिए मनाने की कोशिश की कि सांगली पार्टी के साथ रहे.”
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
सांगली संसदीय क्षेत्र 1962 से 2014 के बीच कांग्रेस का गढ़ था, इससे पहले एनसीपी से भाजपा नेता बने संजयकाका पाटिल ने 2014 में इसे छीन लिया और 2019 में इसे बरकरार रखा. ) विधानसभा में और स्थानीय निकायों में प्रतिनिधित्व है. एमवीए नेतृत्व को कांग्रेस के साथ जिले के ऐतिहासिक जुड़ाव को समझना चाहिए और सांगली पर अपने फैसले पर गंभीरता से पुनर्विचार करना चाहिए, उन्होंने कहा, सेना (यूबीटी) ने सांगली सीट से चंद्रहार पाटिल को उम्मीदवार बनाया है.
#चंद्रपूर #लोकसभा २०२४ चे महाविकास आघाडी मधील #काँग्रेस पक्षाचे अधिकृत उमेदवार प्रतिभाताई बाळुभाऊ धानोरकर यांच्या #निवडणूक प्रचारार्थ प्रभाग बाबुपेठ, चंद्रपूर येथे कॅार्नर सभा घेतली. @INCIndia @INCMaharashtra @IYC @IYCMaha pic.twitter.com/JNeNT0cynT
— Dr. Vishwajeet Kadam (@vishwajeetkadam) April 7, 2024
कदम ने कहा कि जिस तरह से उनकी पार्टी भाजपा से मुकाबला कर रही है, उसके लिए कांग्रेस उद्धव ठाकरे का सम्मान करती है. विधायक ने कहा, "लेकिन सांगली में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भावनाओं को भी ध्यान में रखने की जरूरत है." कदम ने कहा कि भले ही एमवीए का बड़ा लक्ष्य भाजपा को हराना है, लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता इस घटनाक्रम से परेशान हैं. हालाँकि, सांगली एमवीए के साथ रहेगा, उन्होंने जोर दिया. उन्होंने दोहराया, “सीट-बंटवारे समझौते की घोषणा के बाद कल (मंगलवार) मेरी चुप्पी के बारे में बहुत कुछ कहा गया. अप्रिय समाचार को पचाने में समय लगता है. हम सांगली में अभी तक समझ नहीं पाए हैं कि क्या हुआ है. हमें सकारात्मक समाधान की उम्मीद है. एमवीए को सांगली पर अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए." महाराष्ट्र की 48 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल से 20 मई के बीच पांच चरणों में चुनाव होंगे और वोटों की गिनती 4 जून को होगी.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT