Updated on: 04 June, 2025 12:44 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र में मंगलवार को कोविड-19 के 86 नए मामले सामने आए, जिससे इस साल जनवरी से अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 959 हो गई है.
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महाराष्ट्र में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, मंगलवार को कोविड-19 के 86 नए मामले सामने आए, जिससे जनवरी 2025 से अब तक कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 959 हो गई है. इनमें से 435 मरीज ठीक हो चुके हैं जबकि वर्तमान में 510 सक्रिय मामले हैं. इस बीच, सोमवार से अब तक चार मरीजों की मौत हो चुकी है, जिनमें दो नागपुर से, और एक-एक चंद्रपुर और मिराज से संबंधित हैं.
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86 नए मामलों में से सर्वाधिक 26 मरीज मुंबई से हैं. इसके अलावा पुणे से 24, ठाणे से 9, नवी मुंबई से 6, कल्याण और उल्हासनगर से 1, पिंपरी-चिंचवाड़ से 3, कोल्हापुर और नागपुर से 2-2 तथा सांगली से 4 मरीज सामने आए हैं. विशेष बात यह है कि मुंबई में इस साल जनवरी से अब तक कुल 509 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 503 सिर्फ मई महीने में दर्ज किए गए हैं, जो संक्रमण में अचानक आई तेज़ वृद्धि की ओर इशारा करते हैं.
राज्य में अब तक कोविड से कुल 14 मौतें हो चुकी हैं. इनमें से अधिकांश यानी 13 मरीज अन्य गंभीर बीमारियों से भी पीड़ित थे. इन बीमारियों में हाइपोकैल्सीमिक दौरे के साथ नेफ्रोटिक सिंड्रोम, कैंसर, डायबिटिक कीटोएसिडोसिस, इंटरस्टीशियल लंग डिजीज, कार्डियक अतालता और पार्किंसंस रोग शामिल हैं. इनमें एक 47 वर्षीय महिला भी शामिल थी, जिसे बुखार और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत थी.
जनवरी से अब तक महाराष्ट्र में कुल 12,880 कोविड परीक्षण किए गए हैं और सभी पॉजिटिव मरीजों को नियमित उपचार मिल रहा है.
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, भारत में सक्रिय कोविड मामलों की संख्या 4,000 के पार पहुंच गई है. देश में फिलहाल 4,026 सक्रिय मामले हैं और पिछले 24 घंटों में पांच मौतें दर्ज की गई हैं. केरल इस समय सबसे अधिक प्रभावित राज्य है, उसके बाद महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली का स्थान है. इस साल जनवरी से अब तक देश में कुल 37 मौतें हो चुकी हैं.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल के अनुसार, पश्चिम और दक्षिण भारत में की गई जीनोम सीक्वेंसिंग से पता चला है कि मामलों में वृद्धि के लिए जिम्मेदार वेरिएंट ओमीक्रॉन के ही उप-वेरिएंट हैं. इनमें एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और एनबी.1.8.1 शामिल हैं, जिनमें से पहले तीन सबसे ज़्यादा मामलों में पाए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग और विशेषज्ञ फिलहाल स्थिति पर निगरानी बनाए हुए हैं और नागरिकों को सतर्कता बरतने की सलाह दी जा रही है.
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