Updated on: 17 February, 2025 09:41 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मराठी शिक्षा की सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य में कोई भी मराठी स्कूल बंद नहीं होगा और सभी स्कूलों में मराठी पढ़ाना अनिवार्य होगा.
X/Pics, Devendra Fadnavis
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य में मराठी भाषा और शिक्षा को संरक्षित करने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई है. उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य में कोई भी मराठी स्कूल बंद नहीं किया जाएगा. रविवार को पत्रकारों से बातचीत में सीएम फडणवीस ने कहा, "हमने लगातार निर्देश दिए हैं कि किसी भी मराठी स्कूल को बंद नहीं किया जाना चाहिए. इसके अलावा, हमने स्कूलों में मराठी पढ़ाना अनिवार्य कर दिया है, चाहे वह मराठी हो या हिंदी माध्यम का स्कूल. हम यह सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र विकसित कर रहे हैं कि इस निर्देश का सख्ती से पालन हो."
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? 4.52pm | 16-2-2025?Jalgoan.
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) February 16, 2025
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‘लव जिहाद’ के खिलाफ सख्त कदम
महाराष्ट्र में जबरन धर्म परिवर्तन और ‘लव जिहाद’ की घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चिंता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि ये मामले "बहुत गंभीर हैं और उन पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए." सीएम फडणवीस ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट ने भी अपने फैसले में लव जिहाद की वास्तविकता को स्वीकार किया है. महाराष्ट्र में भी ऐसे मामलों में बढ़ोतरी हो रही है. हालांकि, हमें यह समझना चाहिए कि दो अलग-अलग धर्मों के व्यक्तियों के बीच विवाह कोई गलत बात नहीं है, लेकिन झूठ बोलकर या गलत पहचान बताकर किया गया विवाह पूरी तरह गलत है."
राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर उचित कदम उठाने के लिए एक सात-सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसका नेतृत्व पुलिस महानिदेशक (DGP) करेंगे. इस पैनल में महिला एवं बाल कल्याण, अल्पसंख्यक मामलों, कानून एवं न्यायपालिका, सामाजिक न्याय, विशेष सहायता और गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे. यह समिति अन्य राज्यों में लागू समान कानूनों की समीक्षा करेगी और जबरन धर्म परिवर्तन व लव जिहाद से जुड़ी शिकायतों के समाधान के लिए कानूनी उपाय सुझाएगी.
सीएम के इस निर्णय का केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले और कई भाजपा नेताओं ने स्वागत किया. उन्होंने इसे राज्य में महिलाओं की सुरक्षा और सामाजिक न्याय की दिशा में एक मजबूत कदम बताया.
नमो कुश्ती महाकुंभ 2.0 में सीएम की भागीदारी
रविवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने जलगांव के जामनेर में आयोजित ‘नमो कुश्ती महाकुंभ 2.0’ में हिस्सा लिया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कुश्ती महाराष्ट्र की पारंपरिक खेल संस्कृति का अभिन्न हिस्सा रही है. सीएम ने कहा, "कुश्ती हमारा पारंपरिक खेल है. जब यह मिट्टी के अखाड़े में था, तब हम दुनिया में सर्वश्रेष्ठ थे. लेकिन जब यह मैट पर आया, तो हम थोड़ा पीछे रह गए. हालांकि, यह भी सच है कि हमने कुश्ती में अपना पहला ओलंपिक पदक जीता और आज हमारे पहलवान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं."
इस आयोजन में राज्य के कई प्रसिद्ध पहलवानों ने भाग लिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने और खिलाड़ियों को विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने की दिशा में काम कर रही है.
महाराष्ट्र सरकार की ये घोषणाएं यह दर्शाती हैं कि राज्य न केवल अपनी सांस्कृतिक और शैक्षिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है, बल्कि सामाजिक चुनौतियों से निपटने के लिए भी ठोस कदम उठा रहा है.
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