Pics/Sayyed Sameer Abedi
विरोध मार्च में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों ने हिस्सा लिया.
इस दौरान लोगों ने आतंकवाद के खिलाफ नारे लगाए और शांति एवं एकता का संदेश दिया. मार्च की अगुवाई सांसद वर्षा गायकवाड़ ने की.
गायकवाड ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "यह हमला बेहद निंदनीय है. हम शहीद हुए सभी नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं."
उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में पर्यटकों की मौजूदगी के बावजूद खुफिया एजेंसियों को हमले की पूर्व सूचना न मिल पाना सुरक्षा तंत्र की विफलता को दर्शाता है.
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "यह मोदी सरकार की नाकामी है कि आतंकी लगातार मासूम नागरिकों को निशाना बना रहे हैं. सरकार को अब पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने चाहिए."
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए गायकवाड़ ने लिखा, "दुख की इस घड़ी में राष्ट्र एकजुट है. कोई भी आतंकी हमला भारत की आत्मा को नहीं तोड़ सकता."
बताया जा रहा है कि 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हुए इस हमले में मारे गए लोगों में महाराष्ट्र के छह, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, ओडिशा, गुजरात और तमिलनाडु के पर्यटक शामिल हैं.
इसके अलावा नेपाल और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के एक-एक नागरिक और दो स्थानीय लोग भी हमले में मारे गए. 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं. यह हमला उस समय हुआ जब बड़ी संख्या में पर्यटक घाटी में मौजूद थे. हमले के बाद सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है.
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