Updated on: 24 July, 2024 09:29 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
ओबीसी आरक्षण बचाव यात्रा 25 जुलाई को मुंबई के चैत्यभूमि से शुरू होगी और उसी दिन पुणे के महात्मा फुले वाडा का दौरा भी करेगी.
वंचित बहुजन आघाडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट प्रकाश आंबेडकर X/Pics
OBC Reservation Bachao Yatra:: वंचित बहुजन आघाडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एडवोकेट प्रकाश आंबेडकर ने सांसद अमोल कोल्हे, कांग्रेस नेता बाळासाहेब थोरात, महाराष्ट्र के कृषि मंत्री धनंजय मुंडे, ओबीसी नेता लक्ष्मण हाके, विधायक पंकजा मुंडे और ओबीसी सेवा संघ के प्रदीप ढोबळे को आरक्षण बचाव यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है. उन्होंने इस बारे में ट्विटर पर जानकारी दी है. ओबीसी आरक्षण बचाव यात्रा 25 जुलाई को मुंबई के चैत्यभूमि से शुरू होगी और उसी दिन पुणे के महात्मा फुले वाडा का दौरा भी करेगी. यह यात्रा राज्य के कई जिलों से होकर गुजरेगी. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार और मंत्री छगन भुजबळ को भी आंबेडकर ने आमंत्रित किया.
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25 जुलाई से 7 अगस्त के बीच यह यात्रा चैत्यभूमि से पूरे राज्य में निकाली जाएगी और इसका समापन औरंगाबाद में होगा. वर्तमान में ओबीसी और मराठा आरक्षण का मुद्दा गरमाया हुआ है और जातीय संघर्ष बढ़ रहा है. ऐसे में राज्य में सौहार्द स्थापित करने और आरक्षण के मुद्दे को सुलझाने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया गया है. यात्रा के माध्यम से समाज में एकता और शांति का संदेश देने का प्रयास किया जाएगा.
I have extended the invitation for आरक्षण बचाव यात्रा to Dr @kolhe_amol, Shri @bb_thorat, Shri @dhananjay_munde, Shri Laxman Hake, Smt. @Pankajamunde, and Shri Pradeep Dhobley.
— Prakash Ambedkar (@Prksh_Ambedkar) July 23, 2024
The invitations were sent earlier today.
I look forward to them joining the आरक्षण बचाव यात्रा.…
आरक्षण बचाव यात्रा के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
>> ओबीसी समुदाय के लिए आरक्षण को बनाए रखना यात्रा का प्राथमिक उद्देश्य है.
>> अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति को दोगुना करना और ओबीसी विद्यार्थियों को भी समान छात्रवृत्ति प्रदान करना.
>> अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और ओबीसी समुदाय के लिए पदोन्नति में आरक्षण की व्यवस्था लागू करना.
>> 100 ओबीसी विधायकों को निर्वाचित कराना.
>> 55 लाख फर्जी कुणबी प्रमाणपत्रों को रद्द करना.
यह यात्रा राज्य के विभिन्न हिस्सों से गुजरते हुए समाज में जागरूकता फैलाएगी और सरकार पर दबाव बनाएगी कि वह आरक्षण संबंधित मुद्दों को गंभीरता से हल करे. इस यात्रा से जातिगत सौहार्द बढ़ाने और आरक्षण के मुद्दे को लेकर स्पष्टता लाने का भी प्रयास होगा, जिससे समाज में स्थिरता और शांति स्थापित हो सके. यात्रा के दौरान कई महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा भी किया जाएगा, जिससे इस अभियान को व्यापक समर्थन मिल सके.
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