Updated on: 02 September, 2024 09:41 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
आठवले ने इस दुर्घटना के लिए राज्य सरकार के निर्णय पर सवाल उठाया, जिसमें छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति का निर्माण एक नए शिल्पकार को सौंपा गया था.
X/Pics, Ramdas Athawale
मालवण के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के गिरने की घटना के बाद, रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले ने स्थल का दौरा किया और इस दुर्घटना की समीक्षा कर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने इस घटना को अत्यंत दुखद और दिल को झकझोर देने वाला बताया. उन्होंने कहा कि यह घटना अक्षम्य है और इसके लिए गहराई से जांच की जानी चाहिए. दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए आठवले ने कहा कि जो भी मुख्य दोषी पाया जाए, उसे फंसी की सजा मिलनी चाहिए, क्योंकि यह एक गंभीर अपराध है.
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आठवले ने इस दुर्घटना के लिए राज्य सरकार के निर्णय पर सवाल उठाया, जिसमें छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति का निर्माण एक नए शिल्पकार को सौंपा गया था. उन्होंने इसे एक गलत निर्णय बताते हुए कहा कि राज्य में राम सुतार और सारंग जैसे अनुभवी शिल्पकारों के होते हुए, नवोदित शिल्पकार को यह जिम्मेदारी देना अनुचित था. उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य सरकार को इस घटना से सबक लेना चाहिए और भविष्य में ऐसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अनुभवी शिल्पकारों का चयन करना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में नेवी और पीडब्ल्यूडी के जिम्मेदार अधिकारियों की जांच होनी चाहिए, क्योंकि बड़े तूफान के बिना भी मूर्ति का गिरना संदिग्ध है. आठवले ने यह भी उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस घटना के लिए माफी मांगी है, और विपक्ष को इस मामले में राजनीति से बचने की सलाह दी.
छत्रपती शिवाजी महाराजांचा पुतळा कोसळण्याची दुर्घटना अत्यंत दुःखद मनाला चटका लावणारी आहे.या प्रकरणी सखोल चौकशी करून दोषींवर कठोर कारवाई करावी. मालवण राजकोट येथील छत्रपती शिवाजी महाराजांचा पुतळा उभारण्याचे काम नवोदित शिल्पकारास देण्याचा निर्णय चुकीचा होता. pic.twitter.com/LnQQz97JJM
— Dr.Ramdas Athawale (@RamdasAthawale) September 1, 2024
रामदास आठवले ने सुझाव दिया कि छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को फिर से मजबूत और भव्य तरीके से बनाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए. उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया कि नए पुतले के निर्माण के लिए एक समिति गठित की जाए, जिसमें सरकारी और विपक्षी दलों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ विशेषज्ञों को भी शामिल किया जाए. यह समिति नए पुतले के निर्माण के संबंध में सरकार को सलाह देगी. अंत में, उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात करेंगे, ताकि इस महत्वपूर्ण कार्य को सही ढंग से पूरा किया जा सके.
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