Updated on: 06 April, 2025 05:38 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
इसके बाद वह रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करने गए. इससे पहले पीएम मोदी ने सड़क पुल से एक ट्रेन और एक जहाज को हरी झंडी दिखाई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामेश्वरम के श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में प्रार्थना की. (फोटो: पीटीआई)
थाईलैंड और श्रीलंका का दौरा पूरा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तमिलनाडु के मिशन पर हैं. पीएम मोदी यहां रामेश्वरम पहुंचे हैं जहां उन्होंने नए हाईटेक पंबन ब्रिज का उद्घाटन किया. इसके बाद वह रामनाथस्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करने गए. मंदिर के पुजारी ने पीएम को तिलक लगाया. इससे पहले पीएम मोदी ने सड़क पुल से एक ट्रेन और एक जहाज को हरी झंडी दिखाई. पुल के संचालन पर भी नजर रखी और जानकारी जुटाई. आज रामनवमी के मौके पर देश को ये हाईटेक समुद्री पुल मिल गया.
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पीएम मोदी ने रामेश्वरम को जोड़ने वाले नए पंबन रेल पुल का उद्घाटन किया. तमिलनाडु का मंडपम रेलवे स्टेशन देश के पहले वर्टिकल सस्पेंशन ब्रिज द्वारा रामेश्वरम रेलवे स्टेशन से जुड़ा है. पीएम मोदी ने रामेश्वरम में रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन और पूजा की. बाद में, वह रामेश्वरम में ही तमिलनाडु में 8,300 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न रेल और सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उन्हें राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस मौके पर वह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे.
श्रीलंका से लौटते वक्त पीएम मोदी ने राम सेतु दर्शन का वीडियो शेयर किया. उन्होंने लिखा, आज राम नवमी के शुभ अवसर पर श्रीलंका से लौटते समय आकाश से राम सेतु का दिव्य दर्शन हुआ. दैवीय संयोग से जब मैं राम सेतु के दर्शन कर रहा था तो मुझे अयोध्या में रामलला के सूर्य तिलक के दर्शन का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ. मेरी प्रार्थना है कि भगवान श्री राम की कृपा हम सभी पर बनी रहे.`
नए पम्बन रेलवे ब्रिज का निर्माण पिछले साल नवंबर में पूरा हो गया था. रामेश्वरम को दक्षिण भारत से जोड़ने वाला पम्बन पुल पहली बार 1914 में बनाया गया था. यह समुद्र के ऊपर भारत का पहला रेलवे पुल था. 111 साल बाद यह पुल अब नए लुक के साथ तैयार है. देश का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे ब्रिज जो न सिर्फ दो किनारों को बल्कि सपनों और संभावनाओं को भी जोड़ता है. नये पुल के तार पुराने पुल से जुड़े हैं. वह साल 1914 था, जब भारत में देश का पहला समुद्री रेलवे पुल बनाया गया था. नाम था- पंबन ब्रिज. तमिलनाडु के मंडपम को रामेश्वरम द्वीप से जोड़ने वाला पुल ब्रिटिश काल में बनाया गया था और इसने 100 साल से अधिक समय तक देश की सेवा की, लेकिन जब समय की मार और समुद्री लहरों ने इसे जर्जर बना दिया, तो इसे 2022 में बंद कर दिया गया. नया पुल ब्रिटिश शासन के दौरान बने पंबन ब्रिज के समानांतर बनाया गया है, जो लगभग 111 साल पुराना है.
समुद्री यातायात को सुविधाजनक बनाने के लिए, पुल पर रेलवे ट्रैक के एक हिस्से को 17 मीटर ऊपर उठाया जा सकता है ताकि जहाज नीचे से गुजर सकें. नए पम्बन ब्रिज की लिफ्ट खुलने में 5 मिनट 30 सेकंड का समय लगता है, जबकि पुराने ब्रिज की लिफ्ट खुलने में 35-40 मिनट लगते हैं. अगर हवा की गति 58 किमी प्रति घंटा से अधिक हुई तो ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी जाएगी.