Updated on: 14 August, 2025 06:59 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
अधिकारियों ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले गुरुवार को जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई और जाँच, गश्त और क्षेत्र नियंत्रण बढ़ा दिया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू. फ़ाइल चित्र
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भारत के 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित करेंगी. यह संबोधन शाम 7:00 बजे आकाशवाणी के राष्ट्रीय नेटवर्क पर प्रसारित किया जाएगा और सभी दूरदर्शन चैनलों पर प्रसारित किया जाएगा. अधिकारियों ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले गुरुवार को जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई और जाँच, गश्त और क्षेत्र नियंत्रण बढ़ा दिया गया.उन्होंने बताया कि सीमा पार से किसी भी नापाक मंसूबे को नाकाम करने के लिए नियंत्रण रेखा और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सेना, बीएसएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के बहु-स्तरीय सुरक्षा ग्रिड को कड़ी निगरानी में रखा गया है.
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उन्होंने बताया कि जम्मू-कश्मीर पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया टीमों (क्यूआरटी) को जम्मू शहर में तैनात किया गया है. उन्होंने बताया कि हर जिले के प्रवेश और निकास बिंदुओं और महत्वपूर्ण सड़कों पर जाँच और तलाशी बढ़ा दी गई है. अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग और जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है.
जम्मू क्षेत्र के सभी 10 जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और राजौरी, पुंछ, किश्तवाड़, डोडा, उधमपुर और कठुआ जैसे आतंकवाद प्रभावित जिलों में सुरक्षा व्यवस्था पर ज़्यादा ध्यान दिया जा रहा है. जम्मू में स्वतंत्रता दिवस का मुख्य समारोह मौलाना आज़ाद स्टेडियम में आयोजित किया जाएगा, जहाँ उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी तिरंगा फहराएँगे और सलामी लेंगे.
श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम में आयोजित होने वाले स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला करेंगे. उन्होंने बताया कि मुख्य समारोह स्थल के आसपास विशेष व्यवस्था की गई है. उधमपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप भट ने कहा, "कल स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर, हमने पूरे ज़िले में, राष्ट्रीय राजमार्गों से लेकर बसंतगढ़ और लट्टी जैसे पहाड़ी इलाकों तक, कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए हैं. सीआरपीएफ और सीआईएसएफ के जवान तैनात हैं, खोजी कुत्ते और तोड़फोड़-रोधी जाँच दल तैनात हैं. राजमार्ग पर सुरक्षा व्यवस्था चौकस है."
अधिकारियों ने बताया कि सीमा सुरक्षा को और कड़ा कर दिया गया है और सभी सीमावर्ती सड़कों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. उन्होंने बताया कि महत्वपूर्ण सीमावर्ती सड़कों और राजमार्गों पर सीसीटीवी के ज़रिए नज़र रखी जा रही है. पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की कंपनियों को तैनात किया गया है और उन्हें सघन जाँच और क्षेत्र नियंत्रण का काम सौंपा गया है, साथ ही चौबीसों घंटे गश्त भी की जा रही है. पुलिस ने राजौरी और पुंछ के सीमावर्ती ज़िलों में सुरक्षा परामर्श जारी किया है, जिसमें लोगों से जाँच के दौरान सहयोग माँगा गया है और उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि या वस्तु की सूचना सुरक्षा एजेंसियों को देने के लिए कहा गया है.
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