Updated on: 17 June, 2025 09:06 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
यह सुनकर अस्पताल के बाहर खड़े परिजन रोने लगे. कोई अपने बेटे को खोज रहा था लेकिन शनिवार को ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब एक व्यक्ति अस्पताल के गेट पर गिड़गिड़ाने लगा.
विमान दुर्घटना की तस्वीर (चित्र सौजन्य: एजेंसी)
अहमदाबाद में हुए दिल दहला देने वाले एयर इंडिया विमान हादसे के बाद ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं, जो किसी का भी दिल दहला सकती हैं. शुक्रवार को जब हादसे में मारे गए लोगों के शव अस्पताल लाए गए, तो एक बॉडी बैग में दो अलग-अलग सिर मिलने की खबर ने सभी को झकझोर कर रख दिया. यह सुनकर अस्पताल के बाहर खड़े परिजन रोने लगे. कोई अपने बेटे को खोज रहा था, तो कोई अपने पति का इंतजार कर रहा था. लेकिन जब शरीर के अंग ही पहचान में न आएं, तो कोई किसी को क्या सौंप सकता है? शनिवार को ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जब एक व्यक्ति अस्पताल के गेट पर गिड़गिड़ाने लगा.
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उसने कहा, "मुझे अपनी पत्नी और बच्चों का पूरा शरीर चाहिए...आधे टुकड़े नहीं." लेकिन डॉक्टरों ने साफ कर दिया कि यह काम बहुत मुश्किल है, क्योंकि कई शव बुरी तरह जले हुए थे या टुकड़ों में मिले थे. एक अधिकारी ने कहा, "हमने उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन वे रोते रहे. उन्हें शांत करना बहुत मुश्किल था."
अब शवों की पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए की जा रही है. प्रत्येक टेस्ट में करीब 72 घंटे लगते हैं. अभी तक 270 शवों में से केवल 47 की ही पहचान हो पाई है और केवल 24 शव ही उनके परिजनों को सौंपे गए हैं. बाकी के लिए जांच जारी है. बी.जे. मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. धवल गमेती ने बताया कि अभी तक 270 शव अस्पताल में लाए जा चुके हैं.
इस हादसे में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की भी जान चली गई. इस हादसे की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी सवार थे. उनकी पहचान हो गई है और उनका शव उनके परिजनों को सौंप दिया गया है. यह हादसा गुरुवार दोपहर को हुआ, जब एयर इंडिया का विमान AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रहा था. विमान के उड़ान भरते ही पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को `मेडे कॉल` यानी इमरजेंसी सिग्नल दिया, लेकिन कुछ ही सेकंड में विमान का संपर्क टूट गया और वह मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से जा टकराया. विमान में कुल 242 लोग सवार थे और केवल एक व्यक्ति ही बच पाया. मरने वाले यात्रियों में से कई गुजरात और राजस्थान के उदयपुर, जोधपुर, अहमदाबाद, वडोदरा, मेहसाणा जैसे शहरों से थे. इसके अलावा तीन विदेशी नागरिकों की भी मौत हुई है.