Updated on: 24 August, 2025 09:32 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
आरोपी विपिन भाटी पर अपनी पत्नी निक्की की हत्या और कथित तौर पर बार-बार उसके साथ मारपीट करने का आरोप है.
ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने दहेज हत्या के आरोपी को उस समय पैर में गोली मार दी जब वह कथित तौर पर हिरासत से भागने की कोशिश कर रहा था. तस्वीर/पीटीआई
अपनी पत्नी को आग लगाने के आरोपी एक व्यक्ति को रविवार को ग्रेटर नोएडा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया. उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान उसके पैर में गोली लग गई, जिसकी बाद में मौत हो गई. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार आरोपी विपिन भाटी पर अपनी पत्नी निक्की की हत्या और कथित तौर पर बार-बार उसके साथ मारपीट करने का आरोप है.
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रिपोर्ट के मुताबिक महिला के परिवार ने आरोप लगाया है कि भाटी और उसके माता-पिता दहेज की मांग को लेकर उसे अक्सर प्रताड़ित करते थे. अस्पताल से एएनआई से बात करते हुए, भाटी ने आरोपों से इनकार किया. उन्होंने कहा, "मैंने उसे नहीं मारा. वह खुद मर गई." घरेलू हिंसा के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर, भाटी ने कहा, "पति-पत्नी के बीच अक्सर झगड़े होते रहते हैं, यह बहुत आम बात है...." इस बीच, निक्की भाटी के परिवार ने आज कसाना पुलिस स्टेशन के बाहर न्याय की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. उसके पिता ने दावा किया कि उसके ससुराल वालों ने दहेज की मांग को लेकर उसकी हत्या की है. उन्होंने कहा, "उसकी सास ने उस पर मिट्टी का तेल डाला और उसके पति ने उसे आग लगा दी. वे दहेज की माँग करते रहे; अब उनकी माँगें पूरी हो गई हैं. मैंने अपनी बेटी की शादी रीति-रिवाज से की है. अब जब मेरी बेटी मर चुकी है, तो उनकी दहेज की माँगें पूरी हो गई हैं. उन्होंने कार की माँग की और इसके लिए मेरी बेटी को प्रताड़ित किया".
भाटी पर उन्होंने घरेलू हिंसा का भी आरोप लगाया. उन्होंने आगे कहा, "वह व्यक्ति न तो पुरुष है और न ही इंसान; वह एक कसाई है. हम उसे एक बार इसी घरेलू हिंसा के कारण घर लाए थे, लेकिन सामाजिक दबाव के कारण, वे आए और यह वादा करके उसे वापस ले गए कि वे ऐसा दोबारा नहीं करेंगे. यह सिलसिला चलता रहा. अब उन्हें वह मिल गया जो वे चाहते थे". रिपोर्ट के मुताबिक खुलासा किया कि निक्की 70 प्रतिशत जल गई थी और नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया.
उन्होंने कहा, "मेरी बड़ी बेटी ने मुझे फ़ोन करके बताया कि क्या हुआ है. हम अस्पताल पहुँचे. ये लोग उसे आग लगाकर भाग गए थे. उनके पड़ोसी उसे फोर्टिस अस्पताल ले गए. जब हम पहुँचे, तो वह 70 प्रतिशत जल चुकी थी. उन्होंने इलाज में असमर्थता जताते हुए हमें सफ़दरजंग अस्पताल रेफर कर दिया. हमने एम्बुलेंस बुक की और उसे सफ़दरजंग अस्पताल ले गए, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया". रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने आगे कहा "इन दरिंदों ने किसी की बेटी के साथ ऐसा करने से पहले दो बार भी नहीं सोचा. उन्होंने यह भी नहीं सोचा कि हमने उसे कैसे पढ़ाया-लिखाया और उसकी शादी कैसे करवाई. क्या उन्हें किसी की बेटी को जलाते समय दुख नहीं हुआ? उन्हें फाँसी दे देनी चाहिए... मेरी दोनों बेटियों की शादी एक ही परिवार में हुई थी. मेरे पोते ने भी सबको बताया है कि कैसे और क्या हुआ था".
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