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पीएम मोदी की मौजूदगी में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन ने भरा नामांकन

Updated on: 20 August, 2025 05:00 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, किरेन रिजिजू और अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद थे.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के राज्यपाल और एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के साथ. तस्वीर/पीटीआई

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महाराष्ट्र के राज्यपाल और एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन के साथ. तस्वीर/पीटीआई

भारतीय जनता पार्टी द्वारा उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा के एक दिन बाद, एनडीए के सीपी राधाकृष्णन ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया. एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, किरेन रिजिजू और अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद थे. राधाकृष्णन ने लगभग 20 प्रस्तावकों और 20 समर्थकों के समर्थन से अपना नामांकन दाखिल किया. 

रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले, उन्होंने संसद परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा ज्योतिराव फुले, रानी लक्ष्मीबाई, बी.आर. अंबेडकर और भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमाओं पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की. राधाकृष्णन के साथ केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल, धर्मेंद्र प्रधान, राम मोहन नायडू किंजरापु, एल मुरुगन और भाजपा नेता विनोद तावड़े भी मौजूद थे. 


प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु में उनके व्यापक जमीनी स्तर के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए उनके "समर्पण, विनम्रता और बुद्धिमत्ता" की सराहना की. रिपोर्ट के अनुसार चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन, जो 31 जुलाई, 2024 से महाराष्ट्र के राज्यपाल हैं, झारखंड और तेलंगाना के राज्यपाल भी रह चुके हैं और कोयंबटूर से दो बार सांसद रहे हैं.


राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ने के बाद, वे 1974 में भाजपा के पूर्ववर्ती संगठन भारतीय जनसंघ में राज्य समिति के सदस्य के रूप में शामिल हुए. 1996 में, वे भाजपा तमिलनाडु के सचिव बने और 1998 में कोयंबटूर से लोकसभा सांसद चुने गए, और 1999 में पुनः चुनाव जीते. रिपोर्ट के मुताबिक अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान, राधाकृष्णन संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (पीएसयू) के लिए संसदीय समिति और वित्त संबंधी परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे. वे स्टॉक एक्सचेंज घोटाले की जाँच करने वाली संसदीय विशेष समिति के भी सदस्य थे.


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