उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगी दल लोकसभा और राज्यसभा में इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि जाति आधारित जनगणना को लागू करने के लिए कानून लाया जाए.
साथ ही, उन्होंने यह भी वादा किया कि उनकी पार्टी आरक्षण की 50 प्रतिशत की सीमा को हटाने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी.
उन्होंने कहा कि यह सीमा हटाना संविधान की रक्षा के लिए आवश्यक है, और इस प्रयास को कोई ताकत नहीं रोक सकती.
राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि देश में संविधान और लोकतांत्रिक संस्थानों को कमजोर किया जा रहा है. उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के सिद्धांतों का पालन किए बिना उनके सामने झुकने का कोई फायदा नहीं है.
उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज केवल एक नाम या राजा नहीं हैं, बल्कि कांग्रेस के लिए वह देवता के समान हैं, जिनका आदर और सम्मान किया जाना चाहिए.
राहुल गांधी ने हाल ही में सिंधुदुर्ग जिले के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी की मूर्ति के ढहने की घटना का उल्लेख करते हुए भाजपा की नीयत पर सवाल उठाए.
उन्होंने कहा कि शिवाजी की प्रतिमा का ढहना भाजपा की गलत विचारधारा और नीयत का प्रतीक है. 35 फुट ऊंची यह प्रतिमा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 4 दिसंबर, 2023 को नौसेना दिवस के अवसर पर अनावरण की गई थी, लेकिन 26 अगस्त, 2024 को यह ढह गई.
राहुल गांधी ने इसे सत्तारूढ़ दल के गलत इरादों का प्रतीक बताया और कहा कि अगर कोई छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा बनाता है, तो उसे उनके आदर्शों पर भी चलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के विचार और उनके कार्य भारतीय संविधान की बुनियादी भावना से मेल खाते हैं. मराठा योद्धा का संदेश था कि यह देश सभी का है और किसी एक विशेष वर्ग का नहीं.
भाजपा पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उनकी विचारधारा शिवाजी महाराज के आदर्शों के विपरीत है, इसलिए उनकी बनाई प्रतिमा भी ढह गई.
इस भाषण को महाराष्ट्र में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों से जोड़कर देखा जा रहा है, जहां कांग्रेस जाति आधारित जनगणना और आरक्षण के मुद्दों को प्रमुख चुनावी मुद्दे के रूप में उठा रही है.
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