आषाढ़ी बीज के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने भगवान जगन्नाथ के रथ और भगवान की पूजा अर्चना की.
इसके बाद, उन्होंने भगवान के मुख्य रथ को मंदिर परिसर से बाहर लाकर नगर यात्रा के लिए रवाना किया.
इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी, सहकारिता राज्य मंत्री जगदीशभाई विश्वकर्मा, और अहमदाबाद नगर निगम की महापौर पत्नी प्रतिभाबेन जैन सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे और इस समारोह में भाग लिया.
मुख्यमंत्री ने रथयात्रा के आयोजन को अहमदाबाद में सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह आयोजन समाज में एकता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देता है.
उन्होंने यह भी कहा कि यह उनके लिए सौभाग्य की बात है कि उन्हें आषाढ़ी बीज के दिन भगवान जगन्नाथ के दर्शन, आरती करने और रथयात्रा का शुभारंभ करने का अवसर मिला.
मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा के अवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दीं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने भगवान से प्रार्थना की कि भगवान जगन्नाथ गुजरात को विकास की ओर मार्गदर्शन करें और देश को भी हर दिशा में प्रगति मिले.
इस अवसर पर भगवान जगन्नाथजी मंदिर के महंत दिलीपदास, अखिल भारतीय संत समिति के अध्यक्ष अविचलदास, स्थानीय विधायक प्रेरक शाह, और अन्य गणमान्य व्यक्ति तथा श्रद्धालु भी उपस्थित थे.
मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथजी की 148वीं रथयात्रा के अवसर पर रथ खींचने की परंपरा निभाई.
बता दें, जगन्नाथ यात्रा का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है. यह यात्रा भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्र के रथों की सवारी के रूप में आयोजित की जाती है, जो लाखों श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करती है.
जगन्नाथ यात्रा का आयोजन सिर्फ धार्मिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि सामाजिक और सांप्रदायिक सद्भाव के प्रतीक के रूप में भी किया जाता है. यात्रा में सभी जाति, धर्म, और समाज के लोग हिस्सा लेते हैं, जो एकता और भाईचारे का संदेश देती है.
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