नाशिक में आज `भोई समाज आरक्षण एल्गार बैठक` का आयोजन हुआ.
`भोई समाज आरक्षण एल्गार बैठक` के दौरान मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि उन्हें मराठा समुदाय को आरक्षण देने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उनकी मांग है कि ओबीसी आरक्षण को प्रभावित किए बिना मराठा समुदाय को अलग से आरक्षण दिया जाना चाहिए.`
`भोई समाज आरक्षण एल्गार बैठक` के दौरान मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि उन्हें मराठा समुदाय को आरक्षण देने पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उनकी मांग है कि ओबीसी आरक्षण को प्रभावित किए बिना मराठा समुदाय को अलग से आरक्षण दिया जाना चाहिए.`
सभा को संबोधित करते हुए भुजबल ने आगे कहा, `मराठा समाज को स्वतंत्र एवं स्थायी आरक्षण दिया गया है. साथ ही ओबीसी के सभी तत्व एक साथ आने पर ही समस्याओं का समाधान होगा. साथ ही हमारी मांग देश में जातिवार जनगणना कराने की भी है. इसलिए उन्होंने कहा कि सभी ओबीसी समाज ने एक साथ मिलकर लड़ना चाहिए.`
उन्होंने कहा कि भोई समाज आज भी राजनीतिक रूप से उपेक्षित पर है. इसलिए, भोई समुदाय के सदस्यों को अपने समुदाय के न्याय अधिकारों के लिए राजनीति में आना चाहिए.
सभा में उपस्थित लोगों को अपील करते हुए उन्होंने कहा, `समाज में पालकी उठाने वाले इन लोगों को अब पालकी में बैठना भी सीखना होगा. उन्होंने यह भी कहा कि भोई समुदाय की सभी निचली जातियों को एक साथ आकर रोटी बेटी के साथ सभी व्यवसाय करने चाहिए और अपने समाज को आगे बढ़ाना चाहिए.`
इस बैठक में मंत्री छगन भुजबल के अलावा विधायक नरेंद्र दराडे, राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य, पूर्व न्यायाधीश चंद्रकांत मेश्राम, रामोशी समुदाय के नेता दौलतराव शितोले, ज्ञानेश्वर खैरमोडे, गणेश सपकाल, संतोष सासे, संतोष सोपे, संदीप दहाके, दीपक वाघ, योगेश अदाणे, संभाजी लांडगे उपस्थित थे.
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