कार्यकर्ताओं ने भारत के प्रति तुर्की और चीन की आलोचनात्मक और विरोधी नीतियों को कड़ा प्रतिवाद किया. (PICS / ASHISH RAJE)
उन्होंने न केवल नारेबाजी के माध्यम से अपनी असहमति जताई, बल्कि विरोध प्रदर्शन के दौरान तख्तियां और प्लेकार्ड भी लेकर निकले, जिन पर भारत के पक्ष में और तुर्की-चीन के रवैये के खिलाफ संदेश लिखे हुए थे. इस दौरान प्रदर्शनकारी भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच तुर्की के रुख की तीव्र निंदा करते हुए दिखाई दिए.
इस प्रदर्शन में भाग लेने वाले लोगों ने जोर देकर कहा कि भारत की सुरक्षा और संप्रभुता के खिलाफ जो भी बाहरी ताकतें रुख अपनाती हैं, उनका सख्ती से मुकाबला किया जाना चाहिए.
उन्होंने यह भी कहा कि भारत को हर हाल में अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा करनी चाहिए और किसी भी विदेशी हस्तक्षेप को बर्दाश्त नहीं करना चाहिए. साथ ही, उन्होंने भारत की सैन्य और कूटनीतिक प्रयासों का समर्थन किया और सभी को एकजुट होकर देश की सुरक्षा में योगदान देने की अपील की.
दादर स्टेशन पर आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक शामिल हुए, जिन्होंने शांतिपूर्ण लेकिन प्रभावशाली तरीके से अपना विरोध व्यक्त किया. प्रदर्शन की शुरुआत सुबह के समय हुई और कई घंटे तक यह जारी रहा. प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने भी सुरक्षा के मद्देनज़र मौजूदगी बनाए रखी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके.
इस विरोध प्रदर्शन ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत के नागरिक और सामाजिक संगठन देश के खिलाफ होने वाली हर तरह की साजिशों और विरोधों के प्रति सजग और एकजुट हैं. उन्होंने कहा कि भारत के हितों और सुरक्षा के खिलाफ किसी भी तरह का रुख स्वीकार्य नहीं होगा और देशभक्तों का यह समर्थन हमेशा मजबूत रहेगा.
पतंजलि योग समिति के इस आयोजन ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी लोगों में भारत के प्रति प्रेम और समर्थन की भावना को जागृत किया है. यह प्रदर्शन यह दर्शाता है कि भारतवासी अपने देश के लिए कितने सजग और जागरूक हैं और वे किसी भी चुनौती का सामना करने को तैयार हैं. इस तरह के आयोजनों से देश में एकता और राष्ट्रीयता की भावना को और मजबूत किया जाता है, जो आज के समय में अत्यंत आवश्यक है.
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