Updated on: 20 August, 2024 12:24 PM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
क्रिकेटर युवराज सिंह के क्रिकेट में योगदान को लेकर एक बायोपिक स्टोरी बनाई जाएगी. साल 2007 में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप और आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 में उनके योगदान का इसमें खास तौर पर जिक्र किया जाएगा. इस बायोपिक में उनका कैंसर के साथ संघर्ष और जीवन के कठिन समय का वर्णन किया जाएगा.
प्रतिकात्मक तस्वीर
क्रिकेटर युवराज सिंह के क्रिकेट में योगदान को लेकर एक बायोपिक स्टोरी बनाई जाएगी. साल 2007 में आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप और आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2011 में उनके योगदान का इसमें खास तौर पर जिक्र किया जाएगा. इस बायोपिक में उनका कैंसर के साथ संघर्ष और जीवन के कठिन समय का वर्णन किया जाएगा.
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युवराज सिंह के फैंस काफी समय से इस बायोपिक का इंतजार कर रहे थे. इस घोषणा ने फैंस को काफी खुश कर दिया है.
भूषण कुमार ने कहा, "युवराज सिंह का जीवन दृढ़ता, विजय और जुनून की एक सम्मोहक कहानी है. एक होनहार क्रिकेटर से लेकर क्रिकेट के नायक और फिर असल जिंदगी में नायक बनने तक का उनका सफर वाकई प्रेरणादायक है. मैं एक ऐसी कहानी लाने के लिए रोमांचित हूं जिसे बड़े पर्दे पर बताया और सुना जाना चाहिए और उनकी असाधारण उपलब्धियों का जश्न मनाना चाहिए."
युवराज ने कहा, "मैं बेहद सम्मानित महसूस कर रहा हूं कि मेरी कहानी भूषण जी और रवि द्वारा दुनिया भर में मेरे लाखों प्रशंसकों को दिखाई जाएगी. क्रिकेट मेरे लिए सबसे बड़ा प्यार और सभी उतार-चढ़ावों के दौरान ताकत का स्रोत रहा है. मुझे उम्मीद है कि यह फिल्म दूसरों को अपनी चुनौतियों से उबरने और अटूट जुनून के साथ अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित करेगी."
इस फिल्म का सह-निर्माण रवि भागचंदका ने किया है, जो सचिन: ए बिलियन ड्रीम्स और सितारे ज़मीन पर के लिए प्रसिद्ध हैं. यह दूसरी बार है जब रवि किसी क्रिकेटर की कहानी को बड़े पर्दे पर ला रहे हैं. युवराज सिंह के साथ अपने संबंधों को दर्शाते हुए, रवि ने साझा किया, `युवराज कई सालों से मेरे प्रिय मित्र हैं. मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूँ कि उन्होंने अपनी अविश्वसनीय क्रिकेट यात्रा को सिनेमाई अनुभव में बदलने के लिए हम पर भरोसा किया. युवी न केवल विश्व चैंपियन हैं, बल्कि हर मायने में एक सच्चे लीजेंड हैं.`"
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