Updated on: 12 June, 2025 10:22 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर फैंस को चौंका दिया है. पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह कोहली का निजी फैसला है, लेकिन उनमें अब भी दम-खम है और वह और खेल सकते थे.
टेस्ट क्रिकेट में कोहली ने 113 मैचों में 8,848 रन बनाए, जिसमें 29 शतक और 28 अर्धशतक शामिल हैं.
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली ने हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर फैंस को एक बार फिर चौंका दिया है. पहले ही 2024 में T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके कोहली ने अब टेस्ट फॉर्मेट से भी विदाई की घोषणा की है. उनके इस फैसले ने सिर्फ क्रिकेट जगत को नहीं, बल्कि लाखों फैंस को भावुक कर दिया है, जिनके लिए कोहली सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक जुनून बन चुके थे.
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कोहली के इस अप्रत्याशित फैसले पर कई पूर्व क्रिकेटर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इसी कड़ी में पूर्व भारतीय स्पिनर और राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने भी अपनी बात रखी है. ANI को दिए इंटरव्यू में हरभजन सिंह ने कोहली के फैसले को व्यक्तिगत बताते हुए कहा, “यह विराट का निजी निर्णय है. वह खुद तय कर सकते हैं कि उन्हें कब रुकना है. लेकिन मुझे लगता है कि अभी उनमें बहुत दम-खम बाकी है. वह अगर चाहें, तो कुछ साल और आराम से खेल सकते हैं.”
#WATCH जालंधर, पंजाब: विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट छोड़ने पर पूर्व क्रिकेटर और राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने कहा, "यह उनका निजी फैसला है, मैं क्या कह सकता हूं? दम-खम तो बंदे में बहुत है। वह और लंबे समय तक खेल सकते हैं..." pic.twitter.com/SroSMXz2kC
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 11, 2025
हरभजन सिंह का यह बयान उन फैंस की भावनाओं को भी दर्शाता है जो कोहली को सफेद जर्सी में और अधिक समय तक देखना चाहते थे. कोहली ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को एक नई पहचान दी एक आक्रामक और आत्मविश्वासी नेतृत्व शैली के साथ उन्होंने टीम को विदेशी सरजमीं पर भी जीत दिलाई. उनके नेतृत्व में भारत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन किए.
टेस्ट क्रिकेट में कोहली ने 113 मैचों में 8,848 रन बनाए, जिसमें 29 शतक और 28 अर्धशतक शामिल हैं. उनकी औसत 49.15 की रही, जो उन्हें इस फॉर्मेट के श्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल करती है. कोहली का फिटनेस स्तर, मैदान पर आक्रामकता और रन बनाने की भूख उन्हें एक अलग मुकाम पर पहुंचाती है.
अब जबकि कोहली वनडे क्रिकेट में ही सक्रिय रहेंगे, यह देखना दिलचस्प होगा कि वह 2027 तक किस भूमिका में नजर आते हैं. क्या वह अपनी आक्रामकता को कोचिंग या मेंटरशिप में बदलेेंगे? या फिर IPL में एक नई कहानी लिखेंगे?
एक युग का अंत हुआ है, लेकिन विराट कोहली की कहानी अभी बाकी है.
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