पुल का लोड टेस्ट शुक्रवार, 13 जून को शुरू होगा और यह लगभग 48 घंटे तक चलेगा. इसके बाद वीरमाता जीजाबाई प्रौद्योगिकी संस्थान (VJTI) के विशेषज्ञ प्रोफेसर पुल का निरीक्षण करेंगे. (PICS/SHADAB KHAN)
BMC के अतिरिक्त नगर आयुक्त अभिजीत बांगर ने मिड-डे को बताया, "नवंबर 2024 में हमने जो वादा किया था, उस अनुसार पुल निर्माण का कार्य पूरा हो चुका है. अब हमें 15 जून तक लोड टेस्ट और विशेषज्ञ निरीक्षण करवाना होगा. इस अवधि में BMC पुल पर लेन मार्किंग, स्ट्रीट लाइटिंग, पेंटिंग और साइनेज लगाने जैसे अंतिम कार्य भी पूरा कर लेगी."
328 मीटर लंबा कार्नैक ब्रिज, दक्षिण मुंबई में यातायात को सुगम बनाने में अहम भूमिका निभाएगा. पुल का लगभग 70 मीटर हिस्सा रेलवे क्षेत्र में आता है.
निर्माण के दौरान विशेष रूप से रेलवे ट्रैक के आसपास 70 मीटर लंबे, 26.5 मीटर चौड़े और 550 मीट्रिक टन वजनी दो विशाल गर्डरों का उपयोग किया गया, जिन्हें जमीन से लगभग 8 से 9 मीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया गया.
गर्डरों की स्थापना अक्टूबर 2024 और जनवरी 2025 में पूरी हुई. सुरक्षा के लिए रेलवे ट्रैक के नजदीक शोर और दुर्घटना-रोधी बैरियर भी लगाए गए हैं.
इस पुल के खुलने से दक्षिण मुंबई के पूर्वी छोर पर स्थित पी डी`मेलो रोड और मस्जिद बंदर क्षेत्र सीधे पश्चिमी भाग से जुड़ेंगे.
पुल के उद्घाटन के बाद छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) और मोहम्मद अली रोड जैसे भीड़भाड़ वाले इलाकों में यात्रा का समय मौजूदा 30 से 40 मिनट की बजाय मात्र 5 से 7 मिनट तक ही रहेगा. इससे दैनिक यात्रियों और स्थानीय निवासियों को बड़ी सुविधा होगी.
1868 में मूल रूप से निर्मित कार्नैक पुल को अगस्त 2022 में सुरक्षा कारणों से असुरक्षित घोषित कर दिया गया था, जिसके बाद इसे ध्वस्त कर पुनर्निर्माण किया गया है. अब पूरी तरह तैयार इस पुल के खुलने से यातायात में भारी सुधार की उम्मीद है.
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