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पठान से फाइटर तक कैसे ये दिन सिद्धार्थ आनंद का विजय दिवस बना

Updated on: 25 January, 2025 05:16 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent | hmddigital@mid-day.com

इन फिल्मों ने न केवल सिद्धार्थ आनंद को बेहतरीन निर्देशकों में से एक के रूप में स्थापित किया, बल्कि उनकी क्षमता को भी उजागर किया.

सिद्धार्थ आनंद

सिद्धार्थ आनंद

25 जनवरी अब सिद्धार्थ आनंद के कारण सिनेमा की उत्कृष्टता से जुड़ी तारीख बन गई है. इस दिन दो ऐसी ऐतिहासिक फिल्मों की रिलीज की वर्षगांठ है, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को फिर से परिभाषित किया: पठान (2023) और फाइटर (2024). इन फिल्मों ने न केवल सिद्धार्थ आनंद को भारत के बेहतरीन निर्देशकों में से एक के रूप में स्थापित किया, बल्कि दुनिया भर के दर्शकों को गहराई से प्रभावित करने वाले शानदार प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता को भी उजागर किया. 25 जनवरी, 2023 को रिलीज़ हुई `पठान` ने बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड तोड़ दिए और वैश्विक स्तर पर सनसनी बन गई. 

शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम अभिनीत इस फिल्म ने वैश्विक स्तर पर ₹1,050 करोड़ की शानदार कमाई की, जिससे यह अब तक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्मों में से एक बन गई.  इसकी आकर्षक कहानी, बड़े पैमाने पर एक्शन सीक्वेंस, और अविस्मरणीय संगीत ने लाखों दर्शकों की कल्पना को छुआ. पठान ने पैंडेमिक के बाद सिनेमा को पुनर्जीवित करने, दर्शकों को सिनेमाघरों में वापस लाने और बड़े स्क्रीन पर कहानी कहने की शक्ति को साबित करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.


ठीक एक साल बाद, सिद्धार्थ आनंद ने फाइटर के साथ एक और मील का पत्थर हासिल किया, जो भारत की पहली हवाई एक्शन फिल्म और मार्फ्लिक्स स्टूडियो की पहली फिल्म थी. 25 जनवरी 2024 को रिलीज हुई फाइटर में ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण थे, और यह भारतीय वायु सेना के साहस को समर्पित एक हाई-ऑक्टेन फिल्म थी. लुभावने दृश्यों और दिल को छू लेने वाली कहानी के साथ, फिल्म ने दुनिया भर में ₹359 करोड़ से अधिक की कमाई की, और भारतीय एक्शन फिल्मों के लिए नए मानक स्थापित किए. 


सिद्धार्थ आनंद के करियर में 25 जनवरी के महत्व को कम करके आंका नहीं जा सकता. यह एक ऐसी तारीख है जो फिल्म निर्माण में नवीनता और उत्कृष्टता की उनकी निरंतर खोज का प्रतीक है. पठान और फाइटर दोनों सिर्फ फिल्में नहीं हैं बल्कि मील के पत्थर हैं जिन्होंने भारतीय सिनेमा पर एक अमिट छाप छोड़ी है, एक दूरदर्शी कहानीकार के रूप में सिद्धार्थ आनंद ने विरासत को मजबूत किया है. चलिए उस शख्स और उस दिन का जश्न मनाते है जिसने बॉक्स ऑफिस के इतिहास को फिर से परिभाषित किया.


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