Updated on: 11 March, 2025 09:51 AM IST | Mumbai
Ujwala Dharpawar
कांग्रेस नेता ने महायुति पर चुनावी वादों को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन उनमें से एक भी पूरा नहीं किया गया.
X/Pics, Nana Patole
महाराष्ट्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट पर कांग्रेस नेता नाना पटोले ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस बजट में राज्य की आम जनता को किसी भी तरह की राहत नहीं दी गई है. चुनावी वादों को पूरा करने के बजाय सरकार ने महज प्रचार के लिए घोषणाएं की हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि महायुति सरकार ने जनता से किए गए वादों को दरकिनार कर दिया है और अब वे खोखले सपने दिखाने में लगी है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
पटोले ने कहा कि बजट से पहले जारी आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट से ही साफ हो गया था कि महाराष्ट्र की वित्तीय स्थिति डांवाडोल है. उन्होंने कहा, "राज्य पर पहले से ही भारी कर्ज है और अब यह और बढ़ता जा रहा है. सरकार की आय की तुलना में खर्च ज्यादा हो रहा है, जिससे राजस्व घाटा और राजकोषीय घाटा बढ़ गया है." उन्होंने आशंका जताई कि बजट में की गई घोषणाएं पूरी नहीं हो पाएंगी और यह सिर्फ एक दिखावटी दस्तावेज बनकर रह जाएगा.
वादों से मुकर गई सरकार
कांग्रेस नेता ने महायुति पर चुनावी वादों को लेकर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान बड़े-बड़े दावे किए थे, लेकिन उनमें से एक भी पूरा नहीं किया गया. उन्होंने कहा, "सरकार ने 2045 तक महाराष्ट्र को विकसित करने और 2030 तक सभी को आवास देने का वादा किया है, लेकिन मौजूदा बजट में इन लक्ष्यों को पाने की कोई ठोस योजना नजर नहीं आती."
पटोले ने कहा कि जनता को उम्मीद थी कि बजट में महिलाओं को 2100 रुपये की सहायता और किसानों की कर्जमाफी जैसी घोषणाएं की जाएंगी, क्योंकि यही वादे करके महायुति ने वोट हासिल किए थे. लेकिन अब सरकार ने जनता को धोखा दिया है.
महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई ठोस योजना नहीं
पटोले ने सरकार पर आरोप लगाया कि बजट में महंगाई और बेरोजगारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई ठोस नीति या कार्ययोजना पेश नहीं की गई. उन्होंने कहा, "बेरोजगारी से जूझ रहे युवाओं और महंगाई की मार झेल रहे आम लोगों के लिए यह बजट किसी भी राहत की उम्मीद नहीं जगाता. ऐसा लगता है कि सरकार इन मुद्दों पर गंभीर नहीं है."
विदर्भ और मराठवाड़ा को किया नजरअंदाज
पटोले ने यह भी कहा कि बजट में मराठवाड़ा और विदर्भ जैसे पिछड़े इलाकों के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाई गई है. उन्होंने आरोप लगाया कि मुंबई, ठाणे और पुणे से आगे बढ़कर महाराष्ट्र के अन्य हिस्सों के विकास पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है.
उन्होंने कहा, "यह एक दिशाहीन बजट है जिसमें राज्य के भविष्य के लिए कोई ठोस योजना नहीं है. सरकार केवल घोषणाओं के सहारे प्रचार करने में जुटी हुई है, जबकि जमीनी स्तर पर इसका कोई असर नहीं दिखेगा."
कुल मिलाकर, कांग्रेस नेता ने इस बजट को पूरी तरह से निराशाजनक और जनता को गुमराह करने वाला बताया. उनका कहना है कि सरकार ने अपने वादों से मुंह मोड़ लिया है और राज्य की जनता को उनके हाल पर छोड़ दिया है.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT