Updated on: 03 September, 2025 02:44 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
बॉलीवुड अभिनेत्री मृणाल ठाकुर हाल ही में बिना वजह ट्रोल्स के निशाने पर आ गईं. उनके एक बयान को संदर्भ से हटाकर ए-लिस्ट अभिनेत्री से जोड़ दिया गया, जबकि उन्होंने न तो किसी का नाम लिया और न ही किसी फ़िल्म का ज़िक्र किया.
Instagram Photos / Mrunal Thakur
बॉलीवुड अभिनेत्री मृणाल ठाकुर इस बार सुर्ख़ियों में किसी फिल्म या उपलब्धि की वजह से नहीं, बल्कि ट्रोलिंग के कारण हैं. सोशल मीडिया पर चल रहे इस विवाद ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्यों इंडस्ट्री से बाहर से आने वाले कलाकार अक्सर बेवजह निशाना बनाए जाते हैं.
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मृणाल ठाकुर का नाम उन अभिनेत्रियों में गिना जाता है जिन्होंने बिना किसी फ़िल्मी परिवार या गॉडफादर के अपने दम पर इंडस्ट्री में जगह बनाई है. लेकिन यही टैग उन्हें ट्रोल्स के लिए आसान निशाना बना देता है. हाल ही में मृणाल के एक बयान को संदर्भ से हटाकर पेश किया गया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर यह मान लिया गया कि उन्होंने किसी ए-लिस्ट अभिनेत्री पर तंज कसा है.
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हकीकत यह है कि मृणाल ने अपने बयान में न तो किसी अभिनेत्री का नाम लिया था और न ही किसी फिल्म का जिक्र किया था. इसके बावजूद, इंटरनेट पर सवालिया हेडलाइंस और अधूरी जानकारी ने उनके बयान को विवाद का रूप दे दिया. यह सोशल मीडिया की उस प्रवृत्ति को उजागर करता है जहाँ तथ्यों से ज़्यादा अटकलों को जगह दी जाती है.
मृणाल ठाकुर हमेशा से उन अभिनेत्रियों में शामिल रही हैं जो अन्य सेल्फ-मेड कलाकारों का समर्थन करती हैं और इंडस्ट्री में कड़ी मेहनत के महत्व को मानती हैं. ऐसे में उनका नाम किसी और पर टिप्पणी करने से जोड़ना पूरी तरह से निराधार है.
यह पहली बार नहीं है जब किसी "आउटसाइडर" कलाकार को इस तरह के विवादों में घसीटा गया हो. पहले भी कई कलाकार केवल अटकलों और अफ़वाहों की वजह से पब्लिक स्क्रूटनी में आए हैं. असलियत यह है कि एक अधूरी या गलत व्याख्या किसी भी अभिनेता की छवि को नुकसान पहुंचा सकती है.
आज के दौर में सोशल मीडिया का दूसरा नाम ट्रोलिंग बन चुका है. यह मामला एक बार फिर इस बात को रेखांकित करता है कि हर बयान, हर पोस्ट को पूरी सच्चाई और संदर्भ के साथ देखना ज़रूरी है. वरना बिना वजह किसी की मेहनत और सालों की बनाई हुई इमेज पर सवाल खड़े हो सकते हैं.
कुल मिलाकर, मृणाल ठाकुर का ताज़ा विवाद यह दर्शाता है कि इंडस्ट्री में ‘आउटसाइडर्स’ को खुद को साबित करने के साथ-साथ बेवजह की ट्रोलिंग से भी लगातार जूझना पड़ता है.
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