Updated on: 22 July, 2025 06:17 PM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
यह फिल्म प्रसिद्ध निर्देशक शेखर कपूर द्वारा निर्देशित है, जो 1983 की अपनी क्लासिक फिल्म मासूम की भावनात्मक दुनिया में वापसी कर रहे हैं.
शेखर कपूर
फिल्ममेकर सुधीर मिश्रा ने आधिकारिक तौर पर घोषणा की है कि वे `मासूम 2` से एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर के रूप में जुड़ गए हैं, और सिनेमा प्रेमियों में पहले से ही उत्साह की लहर दौड़ गई है. यह फिल्म प्रसिद्ध निर्देशक शेखर कपूर द्वारा निर्देशित है, जो 1983 की अपनी क्लासिक फिल्म मासूम की भावनात्मक दुनिया में वापसी कर रहे हैं — एक ऐसी फिल्म जिसने पर्दे पर कोमल भावनाओं की परिभाषा ही बदल दी थी.
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सुधीर मिश्रा ने सोशल मीडिया पर शेखर कपूर की कहानी कहने की कला की सराहना करते हुए लिखा, "शेखर जिस तरह से किरदार गढ़ते हैं और बेबाक कहानियाँ बुनते हैं, वह लाजवाब है. बहुत समय बाद कोई ऐसी कहानी सुनी है जो दिल को छू जाए... एक ऐसी आनंददायक टीस छोड़ जाती है दिल में — मैं इसकी भावना को सिर्फ़ इसी तरह बयां कर सकता हूँ. शानदार."
उन्होंने उत्साह से कहा, "मैं इस फिल्म का एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर बनकर गर्व महसूस कर रहा हूं! तो लीजिए हाज़िर है - `मासूम 2`, एक फिल्म जिसे डायरेक्ट किया है शेखर कपूर ने और ई.प्रोड्यूस किया है सुधीर मिश्रा ने." `मासूम- द नेक्स्ट चैप्टर` मुख्य फिल्म का आध्यात्मिक उत्तराधिकारी है. एक भावनात्मक रूप से गूंजती, किरदार-आधारित फिल्म जो नई पीढ़ी की आत्मा को प्रतिध्वनित करते हुए नए विषयों की पड़ताल करती है. पद्म भूषण पुरस्कार विजेता शेखर कपूर, जिन्हें एलिजाबेथ, बैंडिट क्वीन, मिस्टर इंडिया और मासूम जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है, इस प्रोजेक्ट के साथ एक बार फिर अपनी भावनात्मक और अंतरंग कहानी कहने की शैली में लौट रहे हैं.
अब जब वे ‘मासूम: द नेक्स्ट जनरेशन’ की तैयारी कर रहे हैं, तब भी उस अनिश्चित सप्ताह की यादें ज़हन में ताज़ा हैं. और वो एक शब्द—‘आर्टिकल फ़िल्म’—जो कभी उनकी राह की सबसे बड़ी रुकावट था, अब शायद यही दर्शाता है कि ‘मासूम’ क्यों आज भी याद की जाती है—क्योंकि उसमें थी एक सादगी और भावनात्मक सच्चाई, जिसने हर ट्रेंड, हर बाजार की समझ और हर अपेक्षा को चुनौती दी.
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