Updated on: 06 June, 2024 09:20 AM IST | Mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
शनि जयंती के दिन लोग शनि भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करते हैं.
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SShani Jayanti 2024: आज शनि जयंती आई, ज्येष्ठ मास की अमावस्या तिथि को यह पर्व मनाया जाता है. शनि की उपासना से मान्यता है कि वह अपने भक्तों को कष्टों से निकालते हैं और सभी दुःखों का नाश करते हैं. शनि जयंती के दिन लोग शनि भगवान की पूजा-अर्चना करते हैं और उनकी कृपा के लिए प्रार्थना करते हैं. शनि जयंती एक महत्वपूर्ण पर्व है जिसे हिंदू धर्म में विशेष महत्व दिया जाता है. शनि को कर्मफल का प्रतिनिधित्व करने वाले ग्रह के रूप में माना जाता है, और इस दिन को मनाकर लोग अपने जीवन में स्थिरता और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए प्रार्थना करते हैं. शनि जयंती पर, लोग विभिन्न टोटकों और उपायों का पालन करते हैं जो शनि दोषों को दूर करने में मदद कर सकते हैं.
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शनि मंत्र जाप: शनि जयंती पर, शनि मंत्रों का जाप करना लोगों के द्वारा प्राथमिक रूप से किया जाता है. "ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः" और "ॐ शं शनैश्चराय नमः" इन मंत्रों का नियमित जाप करने से शनि के दोष कम हो सकते हैं.
शनि शांति होम: शनि जयंती पर शनि शांति होम का आयोजन किया जाता है. इसमें पंडित या विद्वान के निर्देशन में शनि ग्रह की पूजा और हवन किया जाता है जो शनि के दोषों को दूर करने में सहायक होता है.
शनि शांति पूजा: यह पूजा शनि जयंती के दिन की रात को की जाती है. इसमें शनि भगवान की मूर्ति की पूजा, विधिवत अर्घ्य, दीप और पुष्पांजलि की अर्चना की जाती है.
शनि दान: शनि जयंती पर लोगों द्वारा दान किया जाता है, जैसे कि उपासना का समय, अनाज, वस्त्र, आदि. यह दान शनि के क्रोध को शांत करने में मदद करता है.
शनि रिंग: कुछ लोग शनि जयंती पर शनि के रिंग पहनते हैं, जिनका माना जाता है कि यह शनि के दोषों को दूर करने में मदद कर सकते हैं.
धारण करें शनि का रत्न: नीलम शनि का प्रिय रत्न माना जाता है. शनि जयंती पर इसे धारण करने से शनि के दोष को कम किया जा सकता है.
शनि की शांति के लिए दूध का अर्चना: शनि जयंती पर शनि की पूजा करते समय, लोग उसके लिए दूध का अर्चना करते हैं. यह शनि के क्रोध को शांत करता है और उनकी कृपा को आकर्षित करता है.
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