सिंदूर फ्लाईओवर का निर्माण न केवल यातायात के दबाव को कम करने के लिए किया गया था, बल्कि यह प्रमुख व्यावसायिक क्षेत्रों को जोड़ने के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा था. (Pics/Ashish Raje)
लेकिन फ्लाईओवर पर मस्जिद स्टेशन के पास की सड़क की स्थिति ने अधिकारियों की तैयारी और कार्य गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. सड़क की सतह में पहले से ही गड्ढे और टूट-फूट के निशान दिखाई दे रहे हैं, जिससे स्थानीय यात्री परेशान हो गए हैं.
यात्रियों का कहना है कि फ्लाईओवर के उद्घाटन के बावजूद, मस्जिद से पी डिमेलो रोड तक का हिस्सा ठीक से तैयार नहीं किया गया था.
सड़क की गुणवत्ता इतनी खराब हो गई है कि यात्री असमान सतहों पर सावधानी से चलते दिखे. कुछ हिस्सों में सड़क का मलबा भी पड़ा हुआ था, जो यह दर्शाता है कि निर्माण में कोई गंभीर गड़बड़ी हो सकती है.
निर्माण कार्य में असमानता और जल निकासी की समस्याएं भी अब सामने आ रही हैं, जिससे यात्री और स्थानीय लोग असंतुष्ट हैं. इस स्थिति ने सिंदूर फ्लाईओवर की दीर्घकालिक स्थायित्व और रखरखाव योजना पर सवाल उठाए हैं.
जहां एक ओर फ्लाईओवर का उद्देश्य यातायात को सुगम बनाना था, वहीं दूसरी ओर, सड़क की यह खस्ता हालत इस परियोजना की सफलता को संदिग्ध बना रही है.
कई स्थानीय निवासियों और यात्रियों ने इस मुद्दे को लेकर गुस्से का इज़हार किया है और उम्मीद जताई है कि अधिकारियों द्वारा इस पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी.
स्थानीय नागरिकों ने मांग की है कि इस समस्या को जल्द से जल्द हल किया जाए ताकि फ्लाईओवर का लाभ नागरिकों को मिल सके और यातायात सुगम बन सके.
मुख्यमंत्री फडणवीस के उद्घाटन के बाद, यह समस्या इस परियोजना के दीर्घकालिक सफलता के लिए एक बड़ा परीक्षण बन गई है.
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