Updated on: 14 March, 2025 11:23 AM IST | mumbai
Hindi Mid-day Online Correspondent
आज फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, जिसमें उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, शूल योग और कन्या राशि में चंद्रमा स्थित है.
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आज फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि है, जो ज्योतिषीय दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है. इस दिन उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, शूल योग और कन्या राशि में स्थित चंद्रमा का प्रभाव रहेगा. साथ ही, इस साल का पहला चंद्र ग्रहण भी आज पड़ रहा है, जिससे इसका महत्व और बढ़ गया है. यदि आप आज किसी विशेष कार्य की योजना बना रहे हैं, तो शुभ-अशुभ समय, राहुकाल और ग्रहण के प्रभाव को ध्यान में रखना आवश्यक है.
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आज का पंचांग और ज्योतिषीय स्थिति
>> तिथि: फाल्गुन शुक्ल प्रतिपदा
>> नक्षत्र: उत्तराफाल्गुनी
>> योग: शूल
>> चंद्रमा की स्थिति: कन्या राशि में
इन ग्रह योगों का प्रभाव व्यक्तिगत जीवन, व्यवसाय और धार्मिक अनुष्ठानों पर पड़ेगा. कन्या राशि में चंद्रमा के कारण लोगों में धैर्य और व्यवहारिकता बढ़ सकती है, लेकिन भावनात्मक असंतुलन भी महसूस हो सकता है.
पहला चंद्र ग्रहण – क्या रहेगा असर?
आज लगने वाला चंद्र ग्रहण एक उपच्छाया ग्रहण है, जिसका प्रभाव पूरे भारत में दिखाई देगा. हालांकि, यह स्पष्ट रूप से नहीं देखा जा सकेगा, लेकिन इसका प्रभाव राशियों पर जरूर पड़ेगा.
चंद्र ग्रहण का समय:
>> ग्रहण प्रारंभ: रात 10:23 बजे
>> ग्रहण मध्य: रात 12:12 बजे
>> ग्रहण समाप्त: रात 1:32 बजे
चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं और रोगियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. इस दौरान खुले आसमान के नीचे न निकलें, मंदिरों के द्वार बंद रहते हैं और भोजन पकाने से बचने की सलाह दी जाती है.
शुभ और अशुभ मुहूर्त
>> शुभ समय:
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:06 बजे से 12:54 बजे तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 6:11 बजे से 6:36 बजे तक
>> अशुभ समय (राहुकाल):
- सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
इस दौरान किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को करने से बचें, क्योंकि यह समय नकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित होता है.
किन राशियों को करना होगा सावधान?
>> चंद्र ग्रहण का प्रभाव विशेष रूप से कन्या, मकर और कुंभ राशि के जातकों पर पड़ेगा. इन्हें इस दौरान ध्यान, मंत्र जाप और सकारात्मक सोच अपनाने की सलाह दी जाती है.
>> वृषभ, कर्क और मीन राशि के लिए यह ग्रहण सकारात्मक बदलाव ला सकता है.
क्या करें और क्या न करें?
> ग्रहण के दौरान तुलसी के पत्ते खाने-पीने की चीजों में डाल दें.
> मंत्र जाप, हनुमान चालीसा या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें.
> ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें और दान-पुण्य करें.
> ग्रहण के दौरान भोजन, यात्रा और शुभ कार्यों से बचें.
> गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान बाहर न निकलें.
> ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान कर शुद्धिकरण करें.
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